सावन में दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के फैसले को मुस्लिम धर्मगुरु का समर्थन,
स्वामी यशवीर के अभियान को बताया समाज में बंटवारा फैलाने वाला कदम
22 days ago
Written By: NEWS DESK
अलीगढ़ में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना इफ्राहिम हुसैन ने सावन के महीने में दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के सरकार के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा कदम है और किसी को अपनी पहचान छुपाकर व्यापार नहीं करना चाहिए। वहीं, इस बयान के साथ ही उन्होंने नाम छुपाकर गलत गतिविधियों में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है।
मौलाना ने कहा- पहचान के साथ व्यापार करें, कोई आपत्ति नहीं
मौलाना इफ्राहिम हुसैन ने साफ कहा कि, यदि कोई व्यक्ति अपनी पहचान छुपाकर काम कर रहा है या किसी की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचा रहा है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, व्यापार करने की सभी को आज़ादी है, लेकिन अगर कोई अपनी पहचान के साथ व्यापार कर रहा है, तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
नेम प्लेट लगाने को बताया सकारात्मक पहल
वहीं उन्होंने, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर नेम प्लेट लगाने को लेकर दिए गए निर्देशों पर प्रतिक्रिया देते हुए मौलाना ने कहा कि, यह कदम सकारात्मक है। उन्होंने कहा कि, इससे अगर कोई घटना होती है, तो जिम्मेदारी तय करना आसान होगा और कोई दोषी बच नहीं पाएगा।
स्वामी यशवीर के अभियान पर जताई आपत्ति
मौलाना ने स्वामी यशवीर के उस अभियान पर आपत्ति जताई जिसमें वह समर्थकों के साथ दुकानों पर जाकर चेकिंग कर रहे हैं। मौलाना ने कहा कि, इस तरह की कार्रवाई समाज में बंटवारे का काम करती है और इससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है। उन्होंने कहा कि यह सब राजनीतिक मंशा से प्रेरित लग रहा है और ऐसे काम समाज में नफरत फैलाते हैं।
मांगी कानूनी कार्रवाई
अपने बयान में मौलाना इफ्राहिम हुसैन ने राज्य सरकार से मांग की है कि, ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की जाए जो पहचान छुपाकर गलत काम करते हैं और साथ ही उन पर भी कार्रवाई हो जो समाज में बंटवारा फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।