सपा से निष्कासन पर बोले मनोज पांडेय,
"मैं पहले ही भाजपा में आ चुका हूं, अब कैसा निष्कासन?"
1 months ago
Written By: STATE DESK
समाजवादी पार्टी द्वारा राज्यसभा चुनाव 2024 में क्रॉस वोटिंग करने वाले मनोज पांडेय समेत तीन बागी विधायकों को निष्कासित किए जाने की घोषणा के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। मनोज पांडेय ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और सपा के बयान को हास्यास्पद बताया है।
“मैं पहले ही भाजपा में आ चुका, अब कैसा निष्कासन?”
विधायक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पूर्व मंत्री स्मृति ईरानी के साथ तस्वीर साझा करते हुए मनोज पांडेय ने लिखा है कि, “जिस पार्टी द्वारा भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा के अपमान को सहन न कर पाने की वजह से मैंने 18 जून 2024 को ही भाजपा जॉइन कर ली थी, तो अब कैसा निष्कासन?”
“सपा विकास और आस्था विरोधी पार्टी”
पांडेय ने सपा पर सीधा हमला करते हुए लिखा है कि, “जातिवादी, विभाजनकारी सोच से ग्रसित, सनातन विरोधी, विकास विरोधी और हिन्दू देवी-देवताओं की आस्था का अपमान करने वाली पार्टी अब हास्यास्पद बयान दे रही है।” उन्होंने सपा को श्रीराम विरोधी मानसिकता वाली पार्टी बताते हुए कहा है कि, वो भगवान राम के अपमान को वे बर्दाश्त नहीं कर सकते थे।
“मनोज पांडेय किसी परिवार से नहीं, जनता की गोद से आया है”
पांडेय ने सपा के "अनुग्रह अवधि" वाले बयान को भी खारिज करते हुए कहा है कि, “मनोज पांडेय की उत्पत्ति किसी राजनीतिक परिवार से नहीं, बल्कि ऊंचाहार की जनता की सेवा से हुई है। जन सेवा, पीड़ितों के उत्थान और अत्याचार के विरोध से ही मेरी राजनीति बनी है।” उन्होंने सपा पर परिवारवाद का भी आरोप लगाया।
“दलित-पिछड़ों की सेवा मेरा मंत्र है, और भाजपा यही कर रही है”
पूर्व विधायक ने लिखा कि दलितों, शोषितों और पिछड़ों की सेवा ही उनके जीवन का उद्देश्य है और यह कार्य केवल भाजपा कर रही है। उन्होंने सपा की विचारधारा पर तंज कसते हुए लिखा है कि, “रही बात अंतरात्मा की तो वही जागेगी जिसकी जीवित हो।"