सपा ने भाजपा के 'टोपी-चश्मा' तंज का दिया करारा जवाब,
लखनऊ में तेज़ हुई सियासी पोस्टर वार
11 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश की राजनीति में पोस्टर वार एक बार फिर चर्चा का केंद्र बन गया है। लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी (सपा) मुख्यालय के बाहर मंगलवार को एक नया होर्डिंग लगाया गया, जिसने सियासी तापमान और बढ़ा दिया। इस बार सपा नेता मोहम्मद इखलाक ने भाजपा के तंज का सीधा जवाब अपने अंदाज़ में दिया है।
नए पोस्टर में क्या ?
दरअसल सपा कार्यालय के बाहर लगे इस नए होर्डिंग में लिखा है कि, "टोपी से तंज और चश्मे पर सवाल। काम पर बहस करो, छोड़ो यह गुमराह करने की चाल। स्कूलों पर ताले और बात शिक्षा की। झूठ के पोस्टर, तलाश है भिक्षा की। जिसने किताब थमाई, दिया था बच्चों को लैपटॉप, वह टोपी वाला ही देगा तुम्हें 2027 में शॉक।" दरअसल यह संदेश भाजपा के उस पोस्टर का जवाब है, जिसमें कहा गया था, "चश्मा हटाइए अखिलेश जी, टोपी मत पहनाइए"। भाजपा की ओर से यह पोस्टर सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज करते हुए लगाया गया था।
"लाल टोपी नेता जी की विरासत है" — इखलाक
सपा नेता मोहम्मद इखलाक ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि लाल टोपी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की विरासत है, जिसे अखिलेश यादव आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेताजी ने यूपी के पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए लड़ाई लड़ी और अब अखिलेश उसी जिम्मेदारी को निभा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा है कि, "PDA (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) की जिम्मेदारी और यूपी के युवाओं का भविष्य सपा अध्यक्ष की प्राथमिकता है।
"मदरसे बंद करते-करते अब स्कूल बंद कर रही है भाजपा सरकार"
दरअसल मोहम्मद इखलाक ने भाजपा पर शिक्षा विरोधी रवैये का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब 5000 स्कूल बंद किए जा रहे हैं, जहां गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। "भाजपा सरकार नहीं चाहती कि बच्चे पढ़ें और सवाल करें। वह शिक्षा से दूर करके उन्हें सिर्फ हिंदू-मुसलमान में बांटना चाहती है।" सपा नेता का कहना है कि, यह सरकार जानबूझकर गुमराह करने वाले पोस्टरों और बयानबाज़ी के ज़रिए असल मुद्दों से ध्यान भटका रही है, जबकि ज़मीनी हकीकत ये है कि सरकारी स्कूलों पर ताले लग रहे हैं और बच्चों का भविष्य अंधकार में डाला जा रहा है।