जानबूझकर रोकी गई शिकायत तो होगी कार्रवाई,
बैठक में नंदी ने दिए कड़े निर्देश
21 days ago
Written By: NEWS DESK
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में शुक्रवार को आयोजित हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आवंटियों की शिकायतों और समस्याओं का समयबद्ध समाधान अनिवार्य रूप से किया जाए। मंत्री ने चेतावनी दी कि यदि किसी शिकायत को जानबूझकर रोका गया या लापरवाही बरती गई, तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परियोजनाओं की प्रगति और समस्याओं पर विस्तृत रिपोर्ट
दरअसल बैठक की शुरुआत शाम 4 बजे हुई, जिसमें प्राधिकरण के सीईओ एन. जी. रवि कुमार ने ग्रेटर नोएडा में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं, वित्तीय स्थिति, अतिक्रमण, फ्लैट खरीदारों की समस्याओं और भूमि उपयोग से संबंधित मसलों पर विस्तृत रिपोर्ट मंत्री के समक्ष पेश की।
अतिक्रमण पर जीरो टॉलरेंस
वहीं इस दौरान मंत्री ने निर्देश दिए कि सभी विकास योजनाएं निर्धारित समयसीमा में पूरी की जाएं और प्राधिकरण की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि, आम जनता से जुड़े मसलों को प्राथमिकता दी जाए और उसमें किसी तरह की ढिलाई न बरती जाए।
स्टाफ की कमी होगी दूर
वहीं, कार्मिक समीक्षा के दौरान सीईओ ने प्राधिकरण में स्टाफ की भारी कमी की बात रखी, जिस पर मंत्री ने आश्वस्त किया कि प्रतिनियुक्ति के माध्यम से जल्द नई तैनातियां की जाएंगी ताकि कार्यों की रफ्तार प्रभावित न हो।
ग्रीन ग्रेटर नोएडा पर विशेष जोर
मंत्री ने शहर की हरियाली और सुंदरता बढ़ाने पर विशेष जोर देते हुए निर्देश दिए कि, कंटीली तारों की जगह आकर्षक ग्रिल लगाई जाए और पेड़ों की नियमित छंटाई कराई जाए। इससे शहर की दृश्यात्मक सुंदरता बढ़ेगी और ग्रीन ग्रेटर नोएडा के लक्ष्य को मजबूती मिलेगी।
ठेकेदारों की जवाबदेही तय होगी
मंत्री ने सेक्टरों की देखरेख में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों पर सख्त रुख अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर सेक्टर में बोर्ड लगाकर ठेकेदार और सुपरवाइज़र का नाम व मोबाइल नंबर प्रदर्शित किया जाए, ताकि नागरिक सीधे उनसे संपर्क कर सकें और फीडबैक दे सकें।
अतिक्रमण पर सख्ती
अतिक्रमण के मुद्दे को गंभीर मानते हुए मंत्री ने स्पष्ट किया कि, प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जा किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं होगा। ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
मौजूद रहे कई वरिष्ठ अधिकारी
इस अहम बैठक में सीईओ एन. जी. रवि कुमार के साथ एसीईओ सौम्या श्रीवास्तव, श्रीलक्ष्मी वीएस, सुमित यादव, ओएसडी गुंजा सिंह, गिरीश कुमार झा, एनके सिंह, महाप्रबंधक परियोजना ए.के. अरोड़ा, लीनू सहगल, और राम नयन सिंह सहित प्राधिकरण के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।