गाजीपुर में निरीक्षण के दौरान डॉक्टर के गुटखे से उड़ें छींटे, MLA बेदीराम भड़के,
कहा- यही तमीज है. फिर मिला ऐसा जवाब…
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: यूपी के गाजीपुर जिले में जखनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में शुक्रवार को उस समय हंगामा मच गया जब सुभासपा विधायक बेदीराम अचानक औचक निरीक्षण के लिए पहुंच गए। निरीक्षण के दौरान मिली गंदगी और अव्यवस्थाओं ने उन्हें नाराज़ कर दिया। मरीजों और परिजनों से मिली शिकायतों ने आग में घी डालने का काम किया। विधायक ने सीएचसी प्रभारी डॉक्टर योगेंद्र यादव को जमकर डांट लगाई। करीब आधे घंटे तक चले हंगामे के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
निरीक्षण में मिली खामियां
विधायक बेदीराम दोपहर करीब 12 बजे सीएचसी पहुंचे और लगभग एक घंटे तक अस्पताल परिसर और वार्डों का जायजा लिया। उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत की। शिकायतें मिलीं कि अस्पताल से दवाएं नहीं दी जा रहीं, मरीजों को बाहर से दवाएं लिखी जा रही हैं। सफाई व्यवस्था भी बेहद खराब पाई गई। एक बाल्टी कचरे से भरी देखकर विधायक नाराज़ हो उठे। इसी दौरान एक बच्चे ने बताया कि उसे बाहर से दवा लिखवाई गई है, वहीं एक व्यक्ति ने शिकायत की कि डॉक्टर ने उससे 500 रुपये लिए हैं। इन शिकायतों से विधायक का गुस्सा और बढ़ गया।
गुटखा खाने पर भड़के विधायक
निरीक्षण के दौरान जब विधायक ने प्रभारी डॉक्टर योगेंद्र से कर्मचारियों की उपस्थिति के बारे में पूछा तो वे मौके पर ही हाजिरी रजिस्टर भरने लगे। इस पर विधायक ने आपत्ति जताई और कहा कि हाजिरी समय पर लगनी चाहिए, दिखावे के लिए नहीं। विधायक ने आरोप लगाया कि प्रभारी डॉक्टर ने गुटखा खा रखा था और बात करते समय उनके कुर्ते पर गुटखे के छींटे पड़ रहे थे। इस पर वे भड़क उठे और कहा, मैं विधायक हूं, पढ़ा-लिखा आदमी हूं, आप मेरे सामने गुटखा भरकर बात करेंगे यही आपकी तमीज है।
विधायक और डॉक्टर के बीच नोकझोंक
विधायक की कड़ी फटकार से नाराज़ डॉक्टर योगेंद्र यादव ने कहा कि वे कई विधायक देख चुके हैं और चाहें तो इस्तीफा भेज देंगे। इसके बाद वे हाथ जोड़कर कुर्सी छोड़कर बाहर चले गए। इस दौरान अस्पताल स्टाफ और सुभासपा कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
विधायक का बयान
निरीक्षण के बाद विधायक बेदीराम ने कहा कि उन्होंने यह दौरा बिना सूचना के किया ताकि असली स्थिति सामने आ सके। उन्हें काफी समय से शिकायतें मिल रही थीं कि मरीजों को बाहर से दवाएं लिखी जाती हैं और गड़बड़ियां चल रही हैं। निरीक्षण में मिली खामियों ने इन शिकायतों को सही साबित कर दिया। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवाएं और सुविधाएं मिलें, लेकिन जखनिया सीएचसी की हालत चिंताजनक है। प्रभारी डॉक्टर को जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए।