सुरेश खन्ना बोले - पद नहीं परिवर्तन के प्रतीक थे चंद्रशेखर,
पुण्यतिथि पर वित्त मंत्री ने की तारीफ
18 days ago
Written By: संदीप शुक्ला
लखनऊ: भारत के नौवे प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की पुण्यतिथि पर उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को भारतीय राजनीति का एक प्रेरणादायक और विचारशील व्यक्तित्व बताया। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर ने राजनीति में ऐसे पदचिन्ह छोड़े हैं जिन पर आज भी लोग चल रहे हैं।
राजनीति के चमकते सितारे बने चंद्रशेखर
खन्ना ने कहा कि चंद्रशेखर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद राजनीति के चमकते सितारे बने। उन्होंने राज्यसभा सदस्य के तौर पर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और समाजवादी विचारधारा से गहराई से प्रभावित रहे। उनके जीवन पर आचार्य नरेंद्र देव और जयप्रकाश नारायण का गहरा प्रभाव था। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर का साहित्यिक स्तर अत्यंत ऊंचा था, जो उनकी लिखी ‘जेल डायरी’ में स्पष्ट दिखाई देता है। इस किताब को पढ़े बिना चंद्रशेखर को समझा नहीं जा सकता। 26 जून को उन्होंने इसका पहला अध्याय लिखा था।
हमेशा की सामाजिक परिवर्तन की बात
वित्त मंत्री ने कहा कि, चंद्रशेखर हर समस्या का समाधान संवाद से निकालते थे, न कि क्रोध से। वे बिना किसी राजनीतिक स्वार्थ के प्रधानमंत्री पद से भी त्याग कर सकते थे और कर दिखाया। उन्होंने कभी प्रधानमंत्री बनने की इच्छा नहीं जताई, बल्कि हमेशा सामाजिक परिवर्तन की बात की। खन्ना ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी केवल अपने परिवार तक ही नेतृत्व सीमित रखना चाहती थी, इसी कारण चंद्रशेखर सिर्फ चार महीने तक प्रधानमंत्री रह सके। राम जन्मभूमि जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी चंद्रशेखर ने खुलकर राष्ट्रपति को पत्र लिखा और विचार-विमर्श की मांग की। अंत में सुरेश खन्ना ने यशवंत सिंह का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे बीते 15–20 वर्षों से चंद्रशेखर की जयंती और पुण्यतिथि मनाते आ रहे हैं, जो उनकी विरासत को जीवंत रखने में एक अहम भूमिका निभा रहे हैं।