मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुकतीर्थ में संत समागम में लिया भाग,
संत रविदास के आदर्शों को बताया प्रेरणा स्रोत
1 months ago
Written By: संदीप शुक्ला
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मुजफ्फरनगर स्थित शुकतीर्थ में आयोजित विशाल संत समागम व सत्संग कार्यक्रम में भाग लेकर संत समाज और श्रद्धालुओं को संबोधित किया। यह आयोजन संत स्वामी ज्ञान भिक्षुक दास जी महाराज की 65वीं पुण्यतिथि और सतगुरु समनदास जी महाराज की पुण्य स्मृति में आयोजित किया गया था। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर संतों के योगदान और उनके दिखाए मार्ग को भारत की एकता और सामाजिक समरसता की असली शक्ति बताया। उन्होंने कहा कि,"संतों ने हमेशा समाज को जोड़ने और एकता की राह दिखाई। यही वह राह है जो कैराना व कांधला जैसी घटनाओं को रोकती है, और हमें सुरक्षा व आत्मबल प्रदान करती है।"
संत रविदास की प्रेरणा आज भी प्रासंगिक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत रविदास जी के जीवन, शिक्षा और दर्शन की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि, जब भारत गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था, तब संत रविदास जी ने कर्म और समानता का संदेश देकर समाज को जाग्रत किया।
उन्होंने कहा, "संत रविदास का कथन 'मन चंगा तो कठौती में गंगा' जीवन में आंतरिक पवित्रता और निर्मलता का प्रतीक है। उन्होंने भेदभाव और सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध आवाज़ उठाई और कर्म को ही पूजा बताया।" CM योगी ने कहा कि संत रविदास की इन्हीं प्रेरणाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब कल्याण योजनाओं और प्रधानमंत्री अन्न योजना के ज़रिए अक्षरश: लागू किया है। कोरोना काल में 81 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया गया, जो इसी विचारधारा का प्रतिफल है।
सीरगोवर्धन आश्रम को दिया भव्य रूप
सीएम योगी ने बताया कि संत रविदास जी की जन्मभूमि काशी के सीरगोवर्धन में अब भव्य आश्रम, प्रतिमा, अन्न क्षेत्र और फोरलेन सड़कें बनाई गई हैं। उन्होंने यह सब कार्य प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से संभव बताया।
शुकतीर्थ को मिलेगा धार्मिक सौंदर्यीकरण का नया रूप
शुकतीर्थ की धार्मिक, ऐतिहासिक और पौराणिक महत्ता को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अगली बार जब वे आएंगे, तो सतगुरु रविदास और समनदास महाराज की स्मृति में घाट निर्माण, सड़क चौड़ीकरण, पार्किंग, सत्संग सभागार और सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
बाबा साहेब को दी गई उचित श्रद्धांजलि का भी उल्लेख
मुख्यमंत्री ने कहा कि बा]बा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को पूर्ववर्ती सरकारों ने भुला दिया था। लेकिन डबल इंजन सरकार ने पंचतीर्थ, स्मारक, और 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाकर बाबा साहेब के योगदान को राष्ट्र के समक्ष सही सम्मान दिया।
संतों की प्रेरणा से बदल रहा है भारत
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्ञान भिक्षुक दास और समनदास जी महाराज ने संत रविदास के मिशन को आगे बढ़ाया है और सरकार भी उसी विचारधारा के अनुसार कार्य कर रही है। आज देश में जो भी बदलाव गरीबों और वंचितों के जीवन में आया है, वह संतों की प्रेरणा का ही परिणाम है।
कार्यक्रम में मौजूद रहे संत और जनप्रतिनिधि
इस कार्यक्रम में कई संत महात्मा व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे जिनमें प्रमुख रूप से महंत गोवर्धन दास, स्वामी ओमानंद, निर्मल दास, गुरुदीप गिरि, केशवनानंद, विज्ञानानंद, सांसद चंदन चौहान, मंत्री अनिल कुमार, कपिलदेव अग्रवाल, सोमेंद्र तोमर, पूर्व सांसद संजीव बालियान, और विधायक राजपाल बालियान आदि शामिल रहे।