योगी सरकार का बड़ा ऐलान, हर जिले में बनेगा 100 बेड वाला आयुष हेल्थ वेलनेस सेंटर,
6 मंडलों को मिलेगा नया आयुष कॉलेज
25 days ago
Written By: NEWS DESK
उत्तर प्रदेश में पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय — महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के लोकार्पण समारोह के दौरान प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में नई सौगातें दीं। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मुख्य अतिथि रहीं, जबकि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु' भी समारोह में उपस्थित रहे।
हर जिले में 100 बेड का आयुष वेलनेस सेंटर
मुख्यमंत्री योगी ने ये एलान किया है कि, राज्य सरकार हर जिले में कम से कम 100 बेड वाला आयुष हेल्थ वेलनेस सेंटर स्थापित करेगी। इन केंद्रों में पंचकर्म, क्षारसूत्र जैसी विशेष पारंपरिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यह फैसला प्रदेश के नागरिकों को सुलभ और समग्र स्वास्थ्य सेवाएं देने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
6 मंडलों को मिलेगा आयुष कॉलेज
सीएम योगी ने बताया है कि, राज्य के जिन 6 मंडल मुख्यालयों में अब तक आयुष कॉलेज नहीं हैं, वहां नए आयुष महाविद्यालय खोले जाएंगे। इससे वहां के छात्रों को आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथ, योग और नेचुरोपैथी जैसे पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में पढ़ाई का अवसर मिलेगा।
महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय
लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से बना है और यह संपूर्ण आरोग्यता की दिशा में राज्य का पहला महत्वपूर्ण कदम है। इसमें अब प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी और छात्रों के साथ-साथ आम जनता को आयुष चिकित्सा पद्धतियों का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय केवल चिकित्सा सेवाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि रिसर्च एंड डेवलपमेंट के एक बड़े केंद्र के रूप में भी स्थापित होगा।
किसानों और युवाओं को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने बताया है कि, आयुष विश्वविद्यालय से औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा मिलेगा, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ और युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने इसे हेल्थ टूरिज्म के एक नए डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की भी बात कही।
नाथपंथ और आयुर्वेद का जुड़ाव
सीएम योगी ने आयुर्वेद के ऐतिहासिक पक्ष को भी सामने रखा और बताया कि आयुर्वेद में रसशास्त्र, धातु विज्ञान जैसी विधाओं का आरंभ नाथपंथ की परंपरा से हुआ है। उन्होंने इसे महायोगी गुरु गोरखनाथ की देन बताया। समारोह में आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के. रामचंद्र रेड्डी ने स्वागत भाषण दिया, जबकि आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने सरकार की आयुष क्षेत्र में प्रतिबद्धता को दोहराया।