कौशांबी में रेप पीड़िता से मिलने पहुंचे सांसद चंद्रशेखर आज़ाद को पुलिस ने रोका,
गांव में धारा 144 लागू
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Chandrashekhar Azad: कौशांबी जिले के लोहंदा गांव में रेप पीड़िता से मिलने जा रहे भीम आर्मी चीफ और आज़ाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आज़ाद को प्रयागराज एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया। सोमवार को जैसे ही उनका हेलीकॉप्टर प्रयागराज एयरपोर्ट पर उतरा, वहां पहले से मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें कौशांबी जाने से मना कर दिया। पुलिस ने उन्हें बताया कि लोहंदा गांव में धारा 144 लागू है, जो अब अगस्त तक बढ़ा दी गई है। ऐसे में किसी भी राजनीतिक या सामाजिक प्रतिनिधि को गांव में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।
कौशांबी जाने से पहले ही रोके गए भीम आर्मी चीफ
बता दें कि पुलिस ने उन्हें प्रयागराज के सर्किट हाउस भेज दिया, जहां चंद्रशेखर आज़ाद का पहले से ही एक अन्य कार्यक्रम निर्धारित था। अनुमान लगाया जा रहा है कि कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वे सीधे दिल्ली लौट जाएंगे और गांव नहीं जा सकेंगे।
नाबालिग से दुष्कर्म का था मामला
गौरतलब है कि 28 मई को लोहंदा गांव के एक युवक पर नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार का आरोप लगा था। इस मामले में पुलिस ने 29 मई को आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद, आरोपी के पिता राम बाबू तिवारी ने अपने बेटे को निर्दोष बताते हुए 4 जून को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। यह मामला लगातार तनाव का कारण बनता जा रहा है।
शव को रखकर परिजनों ने किया था चक्का जाम
दरअसल, 5 जून को राम बाबू तिवारी का शव जब पोस्टमार्टम के बाद गांव लाया गया तो उनके परिजनों ने हाईवे पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया था। इस प्रदर्शन को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। इस घटना के बाद पुलिस ने राम बाबू के परिजनों समेत 10 नामजद और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। फिलहाल गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है और पुलिस शांति बनाए रखने के लिए किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में प्रवेश की अनुमति नहीं दे रही है। घटना को लेकर कई सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने सवाल उठाए हैं।