आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ की बसपा में वापसी,
मायावती से मांगी माफी तो रद्द हुआ निष्कासन
3 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Mayawati: लखनऊ से बड़ी खबर सामने आई है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ का निष्कासन रद्द कर दिया है। सिद्धार्थ लंबे समय तक बसपा में अहम पदों पर रहे और वे पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद के ससुर भी हैं। पार्टी से निकाले जाने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से मायावती से माफी मांगी थी और भरोसा दिलाया था कि वे दोबारा कोई गलती नहीं करेंगे। इसके बाद से ही उनकी वापसी लगभग तय मानी जा रही थी। बताया जा रहा है कि वे 7 सितंबर को होने वाली बसपा की बैठक में शामिल होंगे।
मायावती का बयान
पार्टी सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि अशोक सिद्धार्थ को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण कुछ माह पहले निष्कासित किया गया था। लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया पर लंबा पोस्ट लिखकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है और पार्टी व मूवमेंट के प्रति पूरी निष्ठा से काम करने का आश्वासन दिया है। मायावती ने कहा कि उन्हें अपनी गलती का एहसास बहुत पहले हो चुका था और वे लगातार विभिन्न स्तरों पर पछतावा भी जता रहे थे। अब जबकि उन्होंने खुले तौर पर माफी मांगी है, इसलिए पार्टी और आंदोलन के हित को ध्यान में रखते हुए उनके निष्कासन को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है।
शोषित वर्ग के लिए योगदान की उम्मीद
मायावती ने आगे कहा कि उम्मीद है, अशोक सिद्धार्थ अब पूरी ईमानदारी से बसपा मूवमेंट को आगे बढ़ाने में योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी का लक्ष्य बहुजन समाज को शोषित वर्ग से ऊपर उठाकर प्रदेश और देश का शासक वर्ग बनाना है। इस मिशन में सिद्धार्थ को अन्य कार्यकर्ताओं की तरह तन, मन और धन से योगदान देना होगा। बसपा इस समय यूपी में अपने कमजोर संगठन को दोबारा मजबूत करने की कोशिश में जुटी है और सिद्धार्थ की वापसी को इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।