एनडीए में बढ़ी तनातनी, अपना दल (एस) ने बीजेपी पर लगाए आरोप,
निष्कासित नेताओं को पद देने पर जताई आपत्ति
24 days ago
Written By: NEWS DESK
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एनडीए के सहयोगी दलों के बीच एक बार फिर से खींचतान सामने आई है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाले अपना दल (सोनेलाल) ने भारतीय जनता पार्टी के एक हालिया निर्णय पर कड़ी आपत्ति जताई है। मामला पार्टी से निष्कासित किए गए दो नेताओं को दोबारा से निगम व बोर्ड में जगह दिए जाने को लेकर है। इस पर पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है और संबंधित नेताओं को तत्काल पद से हटाने की मांग की है।
प्रदेश अध्यक्ष ने लिखी चिट्ठी
अपना दल (एस) के प्रदेश अध्यक्ष आर.पी. गौतम ने सीएम को भेजी चिट्ठी में लिखा है कि मोदी सरकार के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन का यह घटक दल लंबे समय से प्रदेश में विकास कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाता आ रहा है। लेकिन हाल ही में जिन दो नेताओं को बीजेपी द्वारा निगम-बोर्ड में फिर से नामित किया गया है, वे अब अपना दल (एस) का हिस्सा नहीं हैं।
गठबंधन धर्म के खिलाफ
आरपी गौतम के मुताबिक, मोनिका आर्या को पूर्व में अपना दल (एस) के कोटे से अपर शासकीय अधिवक्ता और अरविंद बौद्ध को पूर्वांचल विकास बोर्ड का सदस्य नामित किया गया था। लेकिन अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तीन साल पहले ही दोनों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बावजूद इन्हें फिर से नए कार्यकाल के लिए नामित किया जाना “गठबंधन धर्म” के खिलाफ बताया गया है।
बिना विश्वास में लिए लिया गया निर्णय
गौतम ने पत्र में यह भी कहा है कि, ऐसा निर्णय पार्टी को विश्वास में लिए बिना किया गया, जो गठबंधन की पारदर्शिता और सहयोग की भावना के विरुद्ध है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि इन दोनों नेताओं को तत्काल प्रभाव से वर्तमान पदों से हटाया जाए और उनकी जगह पार्टी द्वारा भेजे गए नए नामों पर विचार किया जाए। अपना दल (एस) ने यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया है कि एनडीए गठबंधन की गरिमा बनी रहे और कार्यकर्ताओं का भरोसा भी कायम रहे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस आपत्ति पर क्या रुख अपनाती है।