यूपी में चोटी पर शुरू हुई सियासत, अखिलेश यादव ने कथावाचक का किया सम्मान,
भाजपा सरकार पर जमकर बोला हमला
1 months ago
Written By: संदीप शुक्ला
लखनऊ: इटावा में कथावाचक के साथ हुई मारपीट और अपमानजनक व्यवहार पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूदा योगी सरकार पर तीखा हमला बोला। अखिलेश ने आरोप लगाया कि प्रदेश में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर प्रबुद्धवादी और वर्चस्ववादी ताकतें समाज को बांटने की कोशिश कर रही हैं और भाजपा सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है। इस दौरान उन्होंने कथ्वाचों से खाताह कालवी और उन्हें शोल, हरमुनियम, ढोलक और 21-21 हजार रूपए देकर सम्मानित भी किया।
लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला
राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन की उपस्थिति में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा, "इटावा में जो घटना घटी, वो केवल एक कथा वाचक पर हमला नहीं था, बल्कि पूरी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है। ये घटना इस बात का संकेत है कि भाजपा सरकार में PDA (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) समाज के लिए न्याय की कोई जगह नहीं बची है।"
भाजपा पर सीधे आरोप
अखिलेश यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि "यह सरकार हार्टलेस है। बाबा साहेब का संविधान सिर्फ किताबों में रह गया है, सरकार की नीतियों में नहीं। अगर यह सरकार संविधान की प्रस्तावना के तहत फैसले लेती, तो समाज में हर वर्ग को न्याय मिलता।" उन्होंने भाजपा पर राजनीतिक लाभ लेने के लिए समाज को बांटने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "भाजपा चाहती है कि घटनाएं हों, ताकि उनका पॉलिटिकल इस्तेमाल किया जा सके। अगर सरकार निष्पक्ष होती, तो ऐसी घटनाएं कभी न होतीं।"
कथावाचक पर हमला – अपमान का प्रतीक
अखिलेश यादव ने इटावा के कथावाचक की घटना को "वर्चस्ववादी मानसिकता का प्रत्यक्ष उदाहरण" बताते हुए कहा कि कथावाचक को रातभर पीटा गया, उस पर पेशाब किया गया, उसका सिर मुंडवाया गया – यह सब इसलिए हुआ क्योंकि वह पिछड़े समाज से था और ‘कथा’ कहने का साहस कर बैठा। उन्होंने सवाल उठाया – "भागवत कथा भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी है, तो फिर पिछड़े समाज के लोग उसे क्यों नहीं कह सकते? जब सब सुन सकते हैं तो सब बोल क्यों नहीं सकते?"
चढ़ावे को लेकर तंज
सपा अध्यक्ष ने वर्चस्ववादी समाज पर तंज कसते हुए कहा, "अगर उन्हें PDA समाज से इतनी नफरत है, तो फिर उनके दिए चढ़ावे, दान और चंदे को भी स्वीकार न करें। कथा को व्यवसाय बना लिया गया है, और अब उसे जातिगत अधिकार बना दिया गया है।"
जातिगत हमलों पर भी बोले अखिलेश
उन्होंने राजस्थान में दलित नेता के मंदिर जाने पर मंदिर धुलवाए जाने, महोबा में नवविवाहित दलित जोड़े को अपमानित करने, एटा में आंबेडकर जयंती की शोभा यात्रा को न निकलने देने और सुल्तानपुर में महेंद्र प्रताप को गोली मारे जाने जैसी घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि "PDA समाज के खिलाफ हो रहे ये हमले अब योजनाबद्ध लगते हैं। भाजपा को लगता है कि वो इन घटनाओं को दबा लेगी, लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे।"
सरकार पर व्यंग्यात्मक हमला
वहीं, अमित शाह के वाराणसी दौरे पर नजर उतारने की घटना पर अखिलेश यादव ने व्यंग्य करते हुए कहा, "जब अस्पतालों में बिजली न होने से मौतें हो रही हों और आप नजर उतार रहे हों, तो समझिए ये सरकार किस दिशा में जा रही है।"