अखिलेश यादव की टिप्पणी पर गरमाई सियासत,
भाजपा ने लगाया 'मजहबी तुष्टीकरण' का आरोप
1 months ago
Written By: संदीप शुक्ला
उत्तर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा बाबा बागेश्वर धाम (पंडित धीरेंद्र शास्त्री) को लेकर की गई टिप्पणी के बाद भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने इसे "मजहबी तुष्टीकरण का नया बहाना" करार दिया है और अखिलेश यादव पर सीधे निशाना साधा है।
वोट बैंक की गोलबंदी कर रही सपा
राकेश त्रिपाठी ने कहा है कि, समाजवादी पार्टी के नेता जानबूझकर धर्मग्रंथों, साधु-संतों, सनातन परंपरा और भगवा वस्त्रों को लेकर अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब वोट बैंक की गोलबंदी और 'मजहबी तुष्टिकरण' के एजेंडे का हिस्सा है।
बढ़ रहा वैमनस्यता और धार्मिक ध्रुवीकरण का खतरा
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी कहा है कि, सपा नेताओं की ऐसी बयानबाज़ी समाज में वैमनस्यता फैलाने और धार्मिक ध्रुवीकरण करने का खतरा बढ़ा रही है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि आखिर सपा और उसके नेता बार-बार सिर्फ हिंदू आस्थाओं को ही क्यों निशाना बनाते हैं?
बढ़ सकता है बयानबाजी का दौर
वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि, आने वाले समय में यह बयानबाज़ी और तेज़ हो सकती है, क्योंकि सभी दल अपने-अपने मतदाता वर्ग को साधने में जुटे हैं। फिलहाल, समाजवादी पार्टी की ओर से भाजपा के इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। यह मामला सिर्फ बयानबाज़ी तक सीमित नहीं, बल्कि आने वाले चुनावों में एक प्रमुख मुद्दा भी बन सकता है।