अखिलेश यादव का भाजपा पर तीखा हमला: डिप्टी सीएम को बताया 'अनपढ़',
कानून व्यवस्था और शिक्षा नीति पर भी उठाए सवाल
1 months ago
Written By: NEWS DESK
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार, 20 जून को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने न केवल प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए, बल्कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को "अनपढ़ आदमी" कहकर नया सियासी बवाल भी खड़ा कर दिया है। जिसके बाद उनके इस बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है।
"वो भी अनपढ़ आदमी हैं"
प्रेस वार्ता के दौरान जब एक पत्रकार ने अखिलेश यादव से डिप्टी सीएम केशव मौर्य को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "वो भी अनपढ़ आदमी हैं, क्यों नाम लेते हो उनका यार? बेमतलब में नाम लेते हो।" अखिलेश ने इस बात को भी दोहराया कि सोशल मीडिया पर बार-बार मुख्यमंत्री बदले जाने की अफवाहें फैलाने के पीछे भी भाजपा का ही हाथ है। उन्होंने कहा कि बीजेपी खुद इस तरह की अफवाहें चलवाती है ताकि लोगों का ध्यान असली मुद्दों से भटकाया जा सके।
कानून व्यवस्था पर उठाए गंभीर सवाल
अखिलेश यादव ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए गाजियाबाद की एक घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "जो एफआईआर लिखाने गया, उसे वहीं मार दिया गया। बताइए, पूरे उत्तर प्रदेश में कोई लॉ एंड ऑर्डर बचा है क्या?" उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की नीतियां प्रदेश में जातीय संघर्ष भड़काने का काम कर रही हैं, और यही भाजपा सरकार की असली रणनीति है, लोगों को आपस में लड़ाकर राजनीतिक लाभ लेना।
“बीजेपी सरकार शिक्षा और शिक्षकों की विरोधी”
सपा अध्यक्ष ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी भाजपा सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा, "ये सरकार जब जनता की तरफ देखती है, तो अंधी हो जाती है। बीजेपी शिक्षक और शिक्षा के खिलाफ है।" अखिलेश ने भाजपा को रूढ़िवादी सोच वाली सरकार बाताते हुए कहा है कि, भाजपा चाहती है कि, जितने कम स्कूल होंगे, उतना कम विरोध होगा। उन्होंने यह भी कहा है कि, शिक्षक और सरकारी कर्मचारियों के साथ भाजपा की सरकार हृदयहीन व्यवहार कर रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि, स्कूलों में डिजिटल अटेंडेंस लागू करने से पहले, प्रशासनिक दफ्तरों में इसे लागू किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि, भाजपा को अब समझ आ जाना चाहिए कि, लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है।
“समाजवादियों ने हमेशा शिक्षकों को सम्मान दिया”
अखिलेश यादव ने अपनी सरकार की नीतियों की चर्चा करते हुए कहा है कि, समाजवादी पार्टी हमेशा गुरुओं और शिक्षकों का सम्मान करती रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जब भी समाजवादी पार्टी को मौका मिलेगा, वे शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करेंगे।