अखिलेश यादव के PDA फॉर्मूले को राहुल-प्रियंका का मिला समर्थन,
जन्मदिन की बधाई में दिखा गठबंधन का संदेश
25 days ago
Written By: NEWS DESK
उत्तर प्रदेश की राजनीति में सामाजिक न्याय और जातीय समीकरणों पर आधारित PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फार्मूले को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार सक्रिय हैं। अब इस रणनीति को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का भी परोक्ष समर्थन मिलता दिख रहा है।
बर्थडे पर मिला तोहफा
दरअसल, मंगलवार, 1 जुलाई को अखिलेश यादव ने अपना 52वां जन्मदिन मनाया। इस मौके पर देशभर से उन्हें शुभकामनाएं मिलीं। खास बात रही कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी और वायनाड की सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने न सिर्फ उन्हें जन्मदिन की बधाई दी, बल्कि बधाई संदेश में PDA का ज़िक्र कर यह संकेत भी दिया कि कांग्रेस, अखिलेश के इस एजेंडे के साथ खड़ी है।
राहुल गांधी का पोस्ट
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि, "PDA की बुलंद आवाज़ अखिलेश यादव भाई को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई! आप स्वस्थ रहें, खुश रहें - हम इस न्याय और बराबरी की लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर आपके साथ हैं।" राहुल गांधी के इस ट्वीट से स्पष्ट है कि, कांग्रेस अखिलेश के सामाजिक न्याय आधारित एजेंडे को लेकर भावनात्मक और वैचारिक रूप से सहमत है।
प्रियंका गांधी वाड्रा का संदेश
वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी PDA शब्द को विशेष तौर पर इस्तेमाल करते हुए लिखा है कि, "उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं PDA समाज की प्रखर आवाज़ अखिलेश यादव को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं! ईश्वर से प्रार्थना है कि, आप सदैव स्वस्थ एवं दीर्घायु हों, सामाजिक न्याय की लड़ाई हम साथ मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे।"
19 जून को भी PDA का ज़िक्र
गौरतलब है कि, जब 19 जून को राहुल गांधी का जन्मदिन था, तब अखिलेश यादव ने उन्हें बधाई दी थी। जिसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि, "अखिलेश जी, आपकी शुभकामनाओं के लिए दिल से धन्यवाद। उत्तर प्रदेश की जनता, ख़ासकर PDA की आवाज़ को हम सड़क से संसद तक और भी मज़बूती से उठाते रहेंगे। साथ मिलकर, डटकर।"
क्या कहती है गठबंधन की तस्वीर ?
वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 में सपा और कांग्रेस ने मिलकर यूपी में चुनाव लड़ा था। अब सवाल ये है कि क्या ये साथ विधानसभा चुनाव तक चलेगा? बीते कुछ दिनों में कांग्रेस नेता इमरान मसूद और अन्य नेताओं के बयान कुछ अलग ही संकेत दे रहे हैं। वे सम्मानजनक सीटों की मांग को लेकर मुखर हैं। हालांकि इस पर अखिलेश यादव का रुख स्पष्ट रहा है। एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा था कि, "जिसको छोड़कर जाना है, जाए। इंडिया अलायंस इंटैक्ट है, और हम साथ चुनाव लड़ेंगे।"