अखिलेश बोले- BJP संवेदनशील मामलों को सियासी हथियार बनाती है,
ममता बनर्जी रहें सतर्क
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Akhilesh Yadav: लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता लॉ कॉलेज में छात्रा से कथित गैंगरेप के मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भाजपा से सतर्क रहने की सलाह दी। अखिलेश ने कहा कि भाजपा इस घटना को राजनीतिक रूप देने की कोशिश कर सकती है, भले ही ममता बनर्जी निष्पक्ष कार्रवाई क्यों न करें। उन्होंने कहा कि भाजपा का इतिहास ऐसा रहा है कि वह संवेदनशील मामलों को सियासी हथियार बनाकर इस्तेमाल करती है।
अखिलेश- भाजपा को नहीं महिलाओं की सुरक्षा की फिक्र
अखिलेश यादव लखनऊ के अहिमामऊ में पूर्व विधायक संतोष पांडेय के आवास पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि भाजपा अब सिर्फ राजनीति के जरिए विरोधियों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, महिलाओं की सुरक्षा जैसे मुद्दों की उसे कोई परवाह नहीं है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराध चरम पर हैं, लेकिन सरकार का ध्यान सिर्फ दिखावटी चीजों पर है।
अखिलेश- भाजपा ने क्यों हटाए सेकुलर और सोशलिस्ट शब्द
भाजपा के संविधान से सेकुलर और सोशलिस्ट शब्द हटाने पर भी अखिलेश ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के शुरुआती संविधान में ये शब्द शामिल थे और आज उसे ही भुलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई में भाजपा के पहले अधिवेशन का खर्च देखने से समझ में आ जाएगा कि सेकुलर शब्द का असली मतलब क्या होता है। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सीधा हमला करते हुए अखिलेश ने कहा कि योगी जातीय संघर्ष की राजनीति को अच्छे से समझते हैं और भाजपा के केवल नाम मात्र के सदस्य हैं। उनका विचारधारा से कोई संबंध नहीं है।
आजम खान को अब सिर्फ अदालत और अल्लाह से उम्मीद
आजम खान के मुद्दे पर भी अखिलेश बोले। उन्होंने कहा कि सपा ने आजम खान की मदद की, लेकिन अब उन्हें सिर्फ ईश्वर, अल्लाह और अदालत ही न्याय दिला सकती है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि सपा समर्थक क्षेत्रों में जानबूझकर स्कूलों को मर्ज कर दिया गया है ताकि पार्टी के वोटबैंक को कमजोर किया जा सके। इस बीच, कोलकाता गैंगरेप मामले में बंगाल की राजनीति गरमा गई है। भाजपा इस मुद्दे पर ममता सरकार को घेर रही है, जबकि विपक्ष इसे साजिश करार दे रहा है।