संसद के पास वाली मस्जिद में क्यों हो रहीं सपा की मीटिंगे,
तस्वीरें वायरल होने के बाद हमलावार हुई BJP
3 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
मानसून सत्र को लेकर दिल्ली में डेरा जमाए समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव एक बार फिर सियासी विवाद के केंद्र में आ गए हैं। इस बार मामला संसद भवन के पास स्थित एक मस्जिद में सपा सांसदों की बैठक से जुड़ा है, जिसे लेकर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
भाजपा का आरोप: मस्जिद को बनाया पार्टी कार्यालय
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव ने संसद भवन के पास की मस्जिद को सपा का कार्यालय बना दिया है। इस मस्जिद में सपा सांसदों की मौजूदगी और बैठकों को भाजपा ने "धार्मिक स्थल के राजनीतिक इस्तेमाल" के रूप में देखा है। मोर्चे की ओर से इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन का ऐलान भी किया गया है।
कौन-कौन थे मस्जिद में मौजूद?
वायरल हुई तस्वीरों में अखिलेश यादव के साथ उनकी पत्नी और सांसद डिंपल यादव, सांसद धर्मेंद्र यादव, संभल से सपा सांसद, और अन्य सपा सांसद भी नजर आ रहे हैं। इस मस्जिद के इमाम खुद रामपुर से सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी हैं, जो इस मुलाकात के दौरान भी वहां मौजूद थे। तस्वीरों को सोशल मीडिया पर खुद सांसद धर्मेंद्र यादव ने साझा किया है, जिससे यह मामला तेजी से सुर्खियों में आ गया।
“भाजपा लोगों में दूरियां बढ़ाना चाहती है”
भाजपा के आरोपों के जवाब में अखिलेश यादव ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि, “भाजपा चाहती है कि लोग आपस में बंटे रहें, इसलिए मेरे मस्जिद जाने पर विवाद खड़ा किया गया है। आस्था जोड़ती है, मगर भाजपा तोड़ने का काम करती है।” अखिलेश यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी आस्था सभी धर्मों में है और यह बैठक किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं, बल्कि आपसी संवाद के लिए थी।