CM योगी से बृजभूषण शरण सिंह की मुलाकात में क्या-क्या हुई बात,
पूर्व सांसद ने खोले सारे राज
4 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश की सियासत में सोमवार को अचानक तब हलचल मच गई जब बीजेपी के पूर्व सांसद और पूर्वांचल के प्रभावशाली नेता बृजभूषण शरण सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। यह मुलाकात यूं तो सामान्य लग सकती है, लेकिन इसकी अहमियत इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि दोनों नेताओं के बीच 31 महीने से कोई संपर्क नहीं था।
सावन सोमवार पर अचानक मुलाकात
बृजभूषण शरण सिंह ने खुद मीडिया से बातचीत में बताया कि यह मुलाकात करीब 31 महीने बाद हुई है। उन्होंने कहा, “जनवरी 2023 में सीएम का एक कार्यक्रम रद्द हुआ था। उसी दिन मैंने तय कर लिया था कि अब जब तक वह खुद बुलाएंगे, तब तक मैं नहीं मिलूंगा। अब उन्होंने बुलाया, तो मैं मिलने गया।” उन्होंने बताया कि जब उनके खिलाफ आरोप लगे थे, उसी समय से वह सीएम योगी से दूरी बनाए हुए थे। यह पहली मुलाकात थी जब उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी और मुख्यमंत्री से आमने-सामने हुए।
"यह कोई राजनीतिक मुलाकात नहीं थी"
पूर्व सांसद ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बातचीत में राजनीति से जुड़ा कोई मुद्दा शामिल नहीं था। उन्होंने इस मुलाकात को “परिवार के दो सदस्यों की निजी बातचीत” बताया। बृजभूषण ने कहा, “सीएम योगी से मेरे संबंध पुराने हैं। हम दोनों ने एक-दूसरे के साथ अतीत के कुछ पल साझा किए। यह आपसी समझ और भावनाओं का आदान-प्रदान था।”
गोरखपुर मठ से 56 साल पुराना रिश्ता
बृजभूषण शरण सिंह ने इस मुलाकात के दौरान गोरखपुर मठ से अपने 56 साल पुराने संबंध की भी बात की और बताया कि उनका और योगी आदित्यनाथ का संबंध सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और भावनात्मक भी रहा है।
"कोई मनमुटाव नहीं है"
बृजभूषण ने यह भी साफ किया कि उनके और मुख्यमंत्री के बीच कोई मनमुटाव नहीं है। उन्होंने कहा, “मैंने शुरू से तय किया था कि इस लड़ाई को अकेले लड़ूंगा। लेकिन यह नहीं भूलता कि हमारा रिश्ता गहरा है। हमारे बीच कोई वैमनस्य नहीं है।”