टोंटी लेकर BJP विद्यायक केतकी सिंह के घर पहुंची सपा कार्यकत्रियां,
जमकर हुआ प्रदर्शन, पुलिस ने किया हस्तक्षेप
6 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
लखनऊ की सियासत में बुधवार को एक अलग ही नजारा देखने को मिला, जब समाजवादी पार्टी (सपा) महिला सभा की कार्यकर्ताओं ने बलिया की बांसडीह सीट से बीजेपी विधायक केतकी सिंह के गुलिस्ता कॉलोनी स्थित आवास का घेराव कर दिया। हाथों में टोंटियां लिए महिला कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मामला उस समय और गरमा गया जब पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया।
टोंटी विवाद से भड़का सपा का विरोध
इस विरोध की अगुवाई सपा महिला सभा की प्रदेश उपाध्यक्ष नेहा सिंह ने की। कार्यकर्ता हाथों में टोंटियां लेकर पहुंचीं, जिन्हें वे प्रतीकात्मक रूप से विधायक को दान करना चाहती थीं। इसकी वजह थी केतकी सिंह का हाल ही में दिया गया बयान, जिसमें उन्होंने लगातार पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर टोंटी को लेकर तंज कसा था। नेहा सिंह ने आरोप लगाया कि केतकी सिंह रोजाना "टोंटी-टोंटी" बोलकर अखिलेश यादव का मजाक उड़ाती हैं, जो न केवल असम्मानजनक है बल्कि राजनीतिक हताशा का प्रतीक भी है। उन्होंने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में हार का डर उनके बयानों में साफ झलकता है। नेहा ने पुलिस अधिकारियों से यहां तक कह दिया कि अगर वे केतकी सिंह से मुलाकात नहीं करा सकते, तो कम से कम टोंटी उन्हें विधायक को सौंपने के लिए उनके हवाले कर दें।
पुलिस ने की बलपूर्वक कार्रवाई
नारेबाजी और प्रदर्शन बढ़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची और महिला कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की। लेकिन भीड़ पीछे हटने को तैयार नहीं थी, जिससे करीब 45 मिनट तक पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक होती रही। आखिरकार पुलिस ने बलपूर्वक कार्रवाई करते हुए महिला कार्यकर्ताओं को गाड़ियों में बैठाया और इको गार्डन ले जाया गया। इस दौरान कार्यकर्ता लगातार “केतकी सिंह मुर्दाबाद” और “टोंटी वापस लो, सम्मान दो” जैसे नारे लगाती रहीं।
किसानों और बेरोजगारी के मुद्दे भी उठाए
नेहा सिंह ने प्रदर्शन के दौरान सिर्फ टोंटी विवाद तक ही बात सीमित नहीं रखी, बल्कि अन्य गंभीर मुद्दों पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि किसान बदहाल हैं, अपराध बढ़ रहे हैं और बेरोजगार नौजवान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं। नौकरियों की कमी और सरकार की बेरुखी के कारण युवा निराश हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब जनता की समस्याएं दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं तो सरकार उन पर ध्यान क्यों नहीं दे रही?
टोंटी विवाद बना सियासी मुद्दा
केतकी सिंह के बयान से शुरू हुआ टोंटी विवाद अब सियासी टकराव का रूप ले चुका है। सपा महिला सभा के इस प्रदर्शन ने इसे और उभार दिया है। जहां बीजेपी विधायक के खिलाफ नारेबाजी हो रही है, वहीं सपा इसे जनता के मुद्दों से जोड़कर बड़े राजनीतिक अभियान का रूप देने में जुटी है।