ABVP-SRMU विवाद में SBSP का U-टर्न,
अरविंद राजभर ने की डैमेज कंट्रोल की कोशिश
5 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
लखनऊ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं पर बाराबंकी स्थित श्रीराम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) में हुए लाठीचार्ज का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। घटना पर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के विवादित बयान ने छात्रों के आक्रोश को और बढ़ा दिया। इसी विरोध में बुधवार देर रात एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने राजभर के सरकारी आवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पुतला दहन, नारेबाजी और कथित तौर पर पथराव की घटनाएं भी सामने आईं। हालात बिगड़ते देख भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। इस पूरे घटनाक्रम के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) का रुख भी बदल गया है और पार्टी के नेता अब खुलकर छात्रों के पक्ष में उतर आए हैं।
अरविंद राजभर ने बताया लाठीचार्ज को शर्मनाक
सुभासपा के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव और पूर्व राज्यमंत्री अरविंद राजभर ने बाराबंकी यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे "शर्मनाक और अस्वीकार्य" करार देते हुए कहा कि एबीवीपी हमेशा छात्रों के हित में काम करती है और ऐसे संगठनों पर इस तरह का दमन लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। अरविंद राजभर ने कहा कि बिना उचित अनुमति और बार काउंसिल ऑफ इंडिया की मान्यता के एलएलबी कोर्स चलाना छात्रों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है। इसे उन्होंने शैक्षणिक गलती नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी के सपनों पर आघात बताया। उन्होंने सरकार से मांग की कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय और निष्पक्ष जांच कराई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन और लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। अरविंद राजभर ने यह भी स्पष्ट किया कि सुभासपा छात्रों और युवाओं के अधिकारों के लिए हमेशा उनके साथ खड़ी रहेगी और किसी भी स्तर पर उनके हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं करेगी।
ओम प्रकाश राजभर से माफी की मांग
एबीवीपी कार्यकर्ताओं का गुस्सा कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के बयान पर थमने का नाम नहीं ले रहा। गुरुवार को एबीवीपी ने लखनऊ विश्वविद्यालय गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। एबीवीपी से जुड़े कार्तिक पांडे ने राजभर को "दलबदलू नेता" करार देते हुए आरोप लगाया कि जब वह समाजवादी पार्टी में थे, तब उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अपशब्द कहे थे, और अब एबीवीपी कार्यकर्ताओं को "गुंडा" कह रहे हैं। कार्तिक पांडे ने स्पष्ट कहा कि ओपी राजभर को अपने बयान के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि योगी सरकार को उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त करना चाहिए।
48 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई तो होगा प्रदेशव्यापी आंदोलन
एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वह अवैध रूप से एलएलबी कोर्स संचालित कर रहा है और छात्रों से अनुचित शुल्क वसूल रहा है। संगठन का कहना है कि यदि 48 घंटे के भीतर उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो आंदोलन को पूरे प्रदेश में और तेज किया जाएगा। एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर कार्रवाई, दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम, एलएलबी कोर्स की मान्यता पर स्पष्ट स्थिति, छात्रों से वसूले गए अवैध शुल्क की वापसी की मांग की है। छात्रों का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, वे किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे।