यूपी में अब एक और जिले का नाम बदलने की उठी मांग…
पूर्व मुख्यमंत्री के बयान से मचा बवाल…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश राजनीति में नाम परिवर्तन का मुद्दा हमेशा से ही विवादों में रहा है। कई बार ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से जगहों के विवादित नामों को बदलने की मांग उठती रही है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पहले भी कई जिलों और शहरों के नाम बदले हैं, जिन्हें जनता और इतिहासकारों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिली थीं। अब इसी कड़ी में भाजपा की वरिष्ठ नेत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी एक बड़ा बयान दिया है।
शाहजहांपुर नाम बदलने की अपील
उमा भारती ने आंवला नगर के रेलवे स्टेशन तिराहे के पास वीरांगना अवंती बाई लोधी की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा – “मैं यहां आ रही थी तो रास्ते में शाहजहांपुर नाम का जिला दिखा। शाहजहांपुर नाम अच्छा नहीं लगता। योगी जी से अनुरोध है कि इसका कोई नया नाम रखें। गुलामी के दौर की याद दिलाने वाले किसी व्यक्ति के नाम पर जिले का नाम रहे, यह अच्छा नहीं है। मैं दोबारा यह नाम सुनना भी नहीं चाहती।”
भाजपा और लोधी समाज का योगदान
अपने संबोधन में उमा भारती ने लोधी समाज के इतिहास और भाजपा से उसके रिश्तों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि लोधी समाज ने भाजपा को सबसे पहले ‘प्लेटफार्म’ दिया था। उस समय पार्टी की छवि पिछड़ों के हितैषी के रूप में नहीं थी, लेकिन लोधी समाज ने मंच दिया और भाजपा का विस्तार संभव हुआ। भारती ने कहा कि भाजपा ने लोधी समाज का मान रखा और बदले में लोधी समाज ने भी पार्टी की इज्जत की।
"लोधियों को न चापलूसी आती है और न साजिश"
उमा भारती ने गर्व से कहा कि लोधी समाज को न तो चापलूसी करना आता है और न ही साजिश रचना। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि भाजपा ने लोधी समाज से दो-दो मुख्यमंत्री दिए हैं , उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कल्याण सिंह और खुद उमा भारती। कल्याण सिंह की याद करते हुए उन्होंने कहा कि, “कल्याण सिंह बब्बर शेर थे, जिन्होंने राम भक्तों की रक्षा की और सत्ता की परवाह नहीं की।"