CM योगी से मुलाक़ात के बाद बदले मंत्री संजय निषाद के सुर,
CM को बताया अपना अभिभावक और मार्गदर्शक
8 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश की सियासत में इन दिनों निषाद पार्टी और बीजेपी के रिश्तों पर खूब चर्चाएं हो रही थीं। कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के बयानों ने हाल ही में राजनीतिक हलचल मचा दी थी। बीजेपी को खुली चेतावनी देकर गठबंधन तोड़ने की बात करने वाले संजय निषाद ने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। यह मुलाकात अचानक हुई, लेकिन इसके बाद यूपी की सियासत में नया मोड़ आ गया।
"हमारे अभिभावक हैं सीएम योगी" — संजय निषाद
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद संजय निषाद ने साफ किया कि उनकी बीजेपी से कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने सीएम योगी को अपना अभिभावक और मार्गदर्शक बताते हुए कहा कि उनकी शिकायत कुछ बीजेपी के छुटभैया नेताओं से है, जो लगातार समाज में गलत संदेश फैला रहे हैं। संजय निषाद ने कहा, "हम जिसके साथ हैं, उसके साथ हैं। लेकिन अगर कोई अमर्यादित होकर टिप्पणी करेगा और जनता को नाराज करेगा, तो यह नुकसानदेह है। सीएम योगी जी ने इस मुद्दे पर पहल की है और भरोसा दिलाया है कि आगे से ऐसा कुछ नहीं होगा।"
बीजेपी के अंदरखाने की नाराजगी सामने आई
संजय निषाद ने मुलाकात के दौरान सीएम योगी के सामने खुलकर अपनी शिकायत रखी। उन्होंने कहा कि बीजेपी में उनकी जाति के कुछ नेता लगातार गठबंधन को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। "अगर इस तरह छुटभैया नेता बीजेपी में छेद करते रहेंगे, तो नैया कैसे पार लगेगी? हमने मुख्यमंत्री जी को अपनी बात साफ-साफ रख दी है। उनका आश्वासन मिला है कि अब आगे से कोई ऐसी परिस्थिति नहीं आएगी।"
पीडीए की लड़ाई में "फर्जी बनाम असली" की जंग
संजय निषाद ने बैठक के बाद अपने बयान में पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) की राजनीति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि फर्जी पीडीए के खिलाफ उनकी पार्टी असली पीडीए के रूप में खड़ी है। "दिल्ली में हम सबने मिलकर विपक्ष पर हमला बोला है। लेकिन बीजेपी में रहकर कुछ लोग पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए अपनी बात रखना जरूरी था। मुख्यमंत्री पर कल भी भरोसा था और आज भी है।"
गठबंधन में मजबूती, जीत की उम्मीद
सीएम योगी से मुलाकात के बाद संजय निषाद ने संकेत दिए कि बीजेपी और निषाद पार्टी का गठबंधन पहले से ज्यादा मजबूत है। उन्होंने कहा कि अगर संगठन मजबूत रहेगा, तो सीट भी होगी, जीत भी होगी और जनता की समस्याओं का समाधान भी होगा। "मुख्यमंत्री जी ने साफ कहा है कि हम सब मिलकर काम करेंगे। जब सही संदेश जाएगा, तभी समाज में विश्वास बढ़ेगा। आगे से गलतफहमियों की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी।"