‘साड़ी में शशि थरूर’ वाली टिप्पणी पर हुई दिलचस्प नोकझोंक…
प्रियंका चतुर्वेदी और शशि थरूर का मजाकिया किस्सा…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
राजनीति के गंभीर माहौल के बीच कभी-कभी हल्के-फुल्के लम्हे भी सुर्खियां बना लेते हैं। ऐसा ही एक मजेदार किस्सा सामने आया शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और कांग्रेस सांसद शशि थरूर को लेकर। एएनआई पर स्मिता प्रकाश के पॉडकास्ट में हुई बातचीत का यह हिस्सा सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
अटकलों पर मजाकिया जवाब
पॉडकास्ट के दौरान प्रियंका चतुर्वेदी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात की तस्वीरों पर सवाल पूछा गया। इस पर प्रियंका ने हल्के अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि उन्हें कई बार लोगों को चिढ़ाना अच्छा लगता है, क्योंकि लोग उनकी जिंदगी में बहुत ज्यादा दखल देते हैं। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “अब यह कहां जा रही है, अब यह कहां जा रही है?”
‘आप साड़ी में शशि थरूर हैं’
इसी दौरान होस्ट स्मिता प्रकाश ने हंसते हुए कहा, “आप बेसिकली साड़ी में शशि थरूर हैं।” इस पर प्रियंका चतुर्वेदी भी हंसी नहीं रोक पाईं और बोलीं कि उन्हें समझ नहीं आ रहा यह तारीफ शशि की है या उनकी, लेकिन वह जरूर यह बात शशि को बताएंगी।
सोशल मीडिया पर क्लिप वायरल
बाद में प्रियंका चतुर्वेदी ने यह क्लिप अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया और लिखा कि “एएनआई की स्मिता प्रकाश के साथ पॉडकास्ट से लौटी हूं, बातचीत ताजा और मजेदार थी!” उन्होंने इस क्लिप को शशि थरूर को भी टैग किया। जवाब में शशि थरूर ने भी मजाकिया लहजे में कहा, “शुक्रिया प्रियंका, किसी भी तरह से खुद को खुशामदीद समझता हूं।”
अटकलों पर तंज
इस मौके पर प्रियंका चतुर्वेदी ने उन लोगों पर भी तंज कसा जो उनके राजनीतिक पाला बदलने की अटकलें लगाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीर उन्होंने सबसे पहले इंस्टाग्राम पर साझा की थी, लेकिन बाद में यह एक्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैल गई। उन्होंने मजाकिया लहजे में एक प्रतिक्रिया को दोहराया कि “हमने कहा था कि वह संसदीय प्रतिनिधिमंडल में गई और यह वहीं हो गया।”
प्रतिनिधिमंडल का जिक्र
गौरतलब है कि प्रियंका चतुर्वेदी उस बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थीं, जिसने पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का पक्ष रखने के लिए विदेश दौरा किया था। इस प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने की थी और इसने यूरोप के देशों में भारत की बात पहुंचाई थी। राजनीति की गम्भीर बहसों के बीच यह हल्की-फुल्की बातचीत नेताओं की निजी छवि के एक अलग और मजेदार पहलू को सामने लाती है।