एशिया दौरे पर ट्रंप, दक्षिण कोरिया में शी जिनपिंग से मुलाकात पर टिकी दुनिया की नजर,
आसियान समिट में मोदी होंगे वर्चुअली शामिल
1 days ago Written By: Aniket Prajapati
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने एशिया दौरे की शुरुआत शनिवार से करने जा रहे हैं। उनका यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध तेज़ी पर है। ट्रंप अपने दौरे के पहले चरण में मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंचेंगे, इसके बाद दक्षिण कोरिया और जापान जाएंगे। माना जा रहा है कि यह यात्रा व्यापार और निवेश के नए समझौतों के लिए अहम साबित हो सकती है, लेकिन सबसे ज़्यादा ध्यान रहेगा दक्षिण कोरिया में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से ट्रंप की मुलाकात पर।
30 अक्टूबर को ऐतिहासिक मुलाकात राष्ट्रपति ट्रंप की शी जिनपिंग से मुलाकात 30 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया के ऐतिहासिक शहर ग्योंगजू में होगी। यह बैठक एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) समिट के दौरान होगी, जिसमें 21 सदस्य देश हिस्सा ले रहे हैं। ट्रंप की यात्रा आसियान शिखर सम्मेलन से शुरू होगी, जो रविवार और सोमवार को कुआलालंपुर में आयोजित हो रहा है। आसियान समिट में दस सदस्य देशों के अलावा कई बड़े वैश्विक नेता मौजूद रहेंगे, ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग, जापान की पीएम साने ताकाइची, ऑस्ट्रेलिया के एंथनी अल्बानीज और कनाडा के माइक कार्नी इसमें शामिल होंगे।
मोदी वर्चुअल तरीके से जुड़ेंगे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस समिट के लिए आमंत्रित किया गया है, हालांकि वे वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लेंगे। दूसरे दिन विदेश मंत्री एस. जयशंकर प्रधानमंत्री का प्रतिनिधित्व करेंगे। ट्रंप की टीम में विदेश मंत्री मार्को रुबियो, वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर शामिल हैं। कई आसियान देश ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ बम से परेशान हैं। लाओस और म्यांमार जैसे देशों पर 40 फीसदी तक के टैरिफ ने आर्थिक चिंता बढ़ा दी है।
चीन-अमेरिका तनाव के बीच ट्रंप-शी मुलाकात थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हाल ही में हुई झड़प को ट्रंप ने अपनी मध्यस्थता से सुलझाया था। इस कारण उम्मीद है कि ट्रंप की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। वहीं ट्रंप और शी जिनपिंग की मुलाकात समिट के इतर होगी चीन ने हाल में रेयर अर्थ मिनरल्स के निर्यात पर नियंत्रण की धमकी दी थी। इसके जवाब में अमेरिका ने चेतावनी दी कि अगर चीन पीछे नहीं हटा तो वह 100 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लगाएगा, जिससे कुल टैक्स 157 फीसदी तक पहुंच सकता है। ट्रंप ने चीन से मांग की है कि वह रेयर अर्थ मिनरल्स और मैग्नेट्स पर लगे प्रतिबंध हटाए, सोयाबीन की खरीद बढ़ाए और फेंटेनाइल दवा व उसकी सामग्री के निर्यात पर रोक लगाए।
क्या बनेगा बड़ा समझौता? समिट के दौरान सबकी निगाहें इस बात पर रहेंगी कि क्या दोनों नेता व्यापार युद्ध को खत्म करने के लिए कोई रास्ता निकाल पाते हैं या नहीं। ट्रंप ने कहा, “दक्षिण कोरिया में हमारी बैठक के बाद चीन और अमेरिका एक निष्पक्ष और मजबूत व्यापार समझौता करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, दक्षिण कोरिया ट्रंप को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड ऑर्डर ऑफ मुगुनघ्वा’ देने की तैयारी में है। वहीं, समिट के दौरान ट्रंप और किम जोंग उन की संभावित मुलाकात की चर्चाएं भी तेज हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।