तालिबान के विदेश मंत्री के भारत आने पर भड़का पाकिस्तान,
बोला– अफगान तो हमेशा से भारत के वफादार रहे हैं
18 days ago Written By: Ashwani Tiwari
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताक़ी गुरुवार, 9 अक्टूबर को भारत पहुंच गए हैं। वह 10 अक्टूबर को भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हैदराबाद हाउस में मुलाकात करेंगे। यह यात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक मानी जा रही है क्योंकि तालिबान के किसी शीर्ष मंत्री की यह पहली आधिकारिक भारत यात्रा है। मुत्ताक़ी की इस यात्रा से पाकिस्तान नाराज़ हो गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बयान दिया कि अफगान हमेशा से भारत के वफादार रहे हैं, वे पाकिस्तान के खिलाफ कल भी थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे।
तालिबान के किसी मंत्री की पहली भारत यात्रा यह पहली बार है जब तालिबान का कोई विदेश मंत्री भारत आया है। 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता वापसी के बाद यह भारत की अब तक की सबसे उच्च-स्तरीय यात्रा है। खास बात यह है कि मुत्ताक़ी को संयुक्त राष्ट्र (UN) से विशेष अनुमति (Special Permission) मिली है क्योंकि उन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का ट्रैवल बैन लगा हुआ है। वह पहले सितंबर में भारत आने वाले थे, लेकिन यात्रा पर रोक के कारण उनका दौरा रद्द हो गया था। अब विशेष मंजूरी मिलने के बाद वह भारत पहुंचे हैं।
भारत की अफगान नीति में संभावित बदलाव के संकेत मुत्ताक़ी का यह दौरा भारत की अफगान नीति में बदलाव का संकेत माना जा रहा है। फिलहाल, तालिबान सरकार को आधिकारिक मान्यता देने वाला रूस ही एकमात्र देश है, जबकि भारत ने अब तक ऐसा नहीं किया है। हालांकि हाल ही में भारत ने अपने रुख में नरमी दिखाई थी जब उसने 7 अक्टूबर को तालिबान, चीन, रूस और पाकिस्तान के साथ मिलकर डोनाल्ड ट्रंप की उस योजना का विरोध किया था जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस पर कब्जा करने की बात कही थी। यह घटना भारत की नीति में बदलते रुख का संकेत मानी गई।
विदेशी मीडिया ने कहा- भारत के लिए अहम अवसर मुत्ताक़ी के दौरे को लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी चर्चा है। बीबीसी ने इसे ऐसी यात्रा बताया है जिसकी पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। बीबीसी के मुताबिक, आज यह स्थिति है कि पाकिस्तान और तालिबान के रिश्ते तनावपूर्ण हैं, जबकि भारत काबुल से नए बहुपक्षीय संबंध बना रहा है। वहीं जर्मन मीडिया DW ने लिखा कि भारत बिना औपचारिक मान्यता दिए तालिबान के प्रति अपने रुख को नरम करने की दिशा में बढ़ सकता है।
आगरा और देवबंद भी जाएंगे मुत्ताक़ी भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर मुत्ताक़ी का स्वागत करते हुए लिखा, हम अफगानिस्तान के विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करने के इच्छुक हैं। वहीं तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि मुत्ताक़ी भारत में राजनीतिक, आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को बेहतर बनाने पर बातचीत करेंगे। एक मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मुत्ताक़ी 16 अक्टूबर तक भारत में रहेंगे और इस दौरान आगरा और देवबंद मदरसा का भी दौरा करेंगे। वह भारत में रह रहे अफगान समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे।