रोहित शर्मा ने चुपचाप लिया टेस्ट क्रिकेट से संन्यास,
बिना किसी तामझाम के...साथी खिलाड़ी रह गए हैरान
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा ने बुधवार शाम टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने यह फैसला चुपचाप लिया। उन्होंने बिना किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस या बड़ी घोषणा के सिर्फ इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए इसकी जानकारी दी। उनके इस फैसले ने सभी को चौंका दिया। यह फैसला ऐसे समय आया जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में एक बड़ा कार्यक्रम हुआ था। उस समारोह में सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर को सम्मान दिया गया। उनके नाम पर कमरे रखे गए। रोहित इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए क्योंकि वह मुंबई इंडियंस की ओर से मैच खेल रहे थे। उनका मुकाबला गुजरात टाइटंस के खिलाफ था।
संन्यास की जानकारी सोशल मीडिया पर दी
बताया जा रहा है कि रोहित ने पहले BCCI को एक ईमेल भेजा। उसके बाद ही उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने संन्यास की जानकारी दी। यह फैसला इतना अचानक था कि उनके साथी खिलाड़ी भी हैरान रह गए। चयनकर्ता प्रमुख अजीत आगरकर उसी समय फोन पर बात करते देखे गए। ऐसा माना जा रहा है कि यह बातचीत रोहित से जुड़ी हो सकती है।
रोहित के फैसले से अनजान थे चयनकर्ता
सूत्रों के अनुसार, चयनकर्ताओं को रोहित के फैसले की जानकारी पहले से नहीं थी। जल्द ही इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ होनी है। इसको लेकर हाल ही में एक अहम बैठक हुई थी। लेकिन यह साफ नहीं हो पाया कि रोहित की कप्तानी पर उस बैठक में चर्चा हुई या नहीं।
रोहित का IPL प्रदर्शन रहा औसत
रोहित का इस बार का IPL प्रदर्शन ठिक ठाक रहा। 11 मैचों में उन्होंने 300 रन बनाए। यह प्रदर्शन औसत माना जा रहा है। रिपोर्ट्स में कहा गया था कि रोहित आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर अपने टेस्ट करियर पर फैसला ले सकते हैं। वहीं उनके करीबी माने जाने वाले बल्लेबाजी कोच अभिषेक नायर को सपोर्ट स्टाफ से हटाया गया था। इसके तुरंत बाद रोहित ने नायर की तारीफ करते हुए एक पोस्ट भी डाली थी।
रोहित शर्मा खेलते रहेंगे वनडे क्रिकेट
टेस्ट से संन्यास लेने के बाद भी रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट खेलते रहेंगे। माना जा रहा है कि वह 2027 वर्ल्ड कप तक टीम इंडिया की कप्तानी करते रहेंगे। रोहित शर्मा वाइट बॉल क्रिकेट के बेहतरीन खिलाड़ी माने जाते हैं। उन्होंने एकदिवसीय (ODI) और टी20 क्रिकेट में कई शानदार पारियां खेली हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने लगातार दो बड़े ICC टूर्नामेंट जीते हैं। इससे देश को गर्व का अहसास हुआ है। रोहित की सूझबूझ और शांत स्वभाव उन्हें एक मजबूत कप्तान बनाता है। वह मुश्किल समय में भी टीम को संभालते हैं। उनके अनुभव और खेल की समझ ने टीम इंडिया को कई बार जीत दिलाई है। उन्होंने न सिर्फ अच्छे रन बनाए हैं बल्कि युवाओं को भी आगे बढ़ाया है।