RBI ने बदल दिए लोन के नियम,
1 अक्टूबर से EMI भी होगी हल्की और गोल्ड लोन आसान
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
RBI Loan Rules Changed: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लोन लेने वाले लोगों को राहत देने के लिए कई बड़े बदलावों की घोषणा की है। इनमें से तीन नियम 1 अक्टूबर से लागू हो गए हैं, जबकि बाकी नियमों पर अभी विचार चल रहा है। इन बदलावों का सीधा असर आम लोगों, छोटे कारोबारियों और बैंकों पर पड़ेगा। आरबीआई का कहना है कि इसका मकसद लोन प्रक्रिया को आसान बनाना, पारदर्शिता लाना और उधारकर्ताओं को ज्यादा विकल्प देना है।
EMI घटाने का नया नियम अब फ्लोटिंग रेट पर लोन लेने वालों को सबसे बड़ा फायदा मिलेगा। बैंक अब आपकी EMI को तीन साल के लॉक-इन पीरियड से पहले भी घटा सकते हैं। यानी अगर ब्याज दरें कम हुईं तो आपको तुरंत राहत मिल सकती है। वहीं, फिक्स्ड रेट लोन लेने वालों को भी अब फ्लोटिंग रेट में स्विच करने का विकल्प मिल सकता है। हालांकि यह अनिवार्य नहीं होगा, लेकिन बैंक चाहें तो यह सुविधा दे सकते हैं। इससे लोगों को अपनी ज़रूरत और हालात के हिसाब से बेहतर ब्याज दर चुनने में आसानी होगी।
गोल्ड लोन पर नई राहत गोल्ड लोन लेने वालों के लिए भी खुशखबरी है। अब सिर्फ जौहरी ही नहीं, बल्कि छोटे कारोबारी और कारीगर भी गोल्ड को गिरवी रखकर लोन ले सकेंगे। इससे छोटे उद्योगों को कामकाज चलाने के लिए फंड जुटाना आसान होगा। इसके अलावा, आरबीआई ने गोल्ड मेटल लोन (GML) की रीपेमेंट अवधि 180 दिन से बढ़ाकर 270 दिन करने का प्रस्ताव दिया है। साथ ही गैर-निर्माण ज्वेलरी विक्रेता भी अब इस सुविधा का इस्तेमाल कर सकेंगे।
बैंकों को फंड जुटाने में मदद आरबीआई ने बैंकों को ऑफशोर मार्केट से फंड जुटाने की अनुमति दी है। अब बैंक विदेशी मुद्रा या रुपये में बॉन्ड जारी कर ज्यादा पैसा जुटा सकेंगे। इससे बैंकों की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी और वे ज्यादा लोन दे पाएंगे। भारत में काम कर रही विदेशी बैंकों की शाखाओं के लिए भी नए नियम लागू करने का प्रस्ताव है, ताकि बड़े लोन और लेन-देन में जोखिम कम किया जा सके।
क्रेडिट रिपोर्ट होगी और सटीक आरबीआई ने यह भी सुझाव दिया है कि अब बैंक और वित्तीय संस्थान हर हफ्ते क्रेडिट ब्यूरो को डेटा भेजेंगे। पहले यह दो हफ्ते में एक बार होता था। इससे क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियां कम होंगी और समय रहते उन्हें सुधारा जा सकेगा। रिपोर्ट में अब CKYC नंबर भी जोड़ा जाएगा, जिससे पहचान की प्रक्रिया और सरल होगी।