बरेली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन, IVRI दीक्षांत समारोह में रखी प्रकृति और पशु संरक्षण की बात,
सीएम योगी ने बरेली की पौराणिक पहचान पर दिया जोर
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
President Droupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को उत्तर प्रदेश के बरेली दौरे पर पहुंचीं। वह यहां इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (IVRI) के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। सुबह करीब 9:50 बजे उनका विशेष विमान त्रिशूल एयरबेस पर लैंड किया, जहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस खास मौके पर उन्होंने छात्र-छात्राओं को पीएचडी की उपाधि और मेडल प्रदान किए।
राष्ट्रपति ने की वैज्ञानिकों की तारीफ
समारोह के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि बीमारी की रोकथाम में टीकाकरण की अहम भूमिका है, और IVRI इस दिशा में बेहतरीन काम कर रहा है। उन्होंने अपने निजी अनुभव साझा करते हुए कहा कि वह जिस परिवेश से आती हैं, वह प्रकृति के बेहद करीब है। उन्होंने पशुओं और मनुष्यों के बीच गहरे संबंध को रेखांकित करते हुए कहा कि बिना पशुओं के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।
विलुप्त हो रही पशु प्रजातियों पर राष्ट्रपति मुर्मू ने जताई चिंता
राष्ट्रपति ने चिंता जताई कि कई पशु प्रजातियां विलुप्त हो रही हैं। उन्होंने रासायनिक दवाओं के अधिक उपयोग पर सवाल उठाया और कहा कि यह पशु स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसी दवाओं पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। साथ ही जैव विविधता बढ़ाने में IVRI जैसे संस्थानों को सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। साथ ही उन्होंने पशु आरोग्य मेलों के आयोजन पर बल दिया और कहा कि जमीन की उर्वरता घट रही है क्योंकि उसमें से केंचुए जैसे सूक्ष्म जीव गायब हो रहे हैं। हमें इस दिशा में सोचने और समाधान निकालने की आवश्यकता है।
CM योगी ने बरेली की ऐतिहासिक पहचान को किया याद
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने बरेली की ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान को रेखांकित करते हुए बताया कि महाभारत काल में यह स्थान पांचाल देश के रूप में जाना जाता था। बरेली के सात प्रसिद्ध शिव मंदिरों अलखनाथ, त्रिवटी नाथ, वनखंडी नाथ, धोपेश्वर नाथ, तपेश्वर नाथ, मणिनाथ और पशुपतिनाथ को नाथ कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है।
कोरोना काल में IVRI बना यूपी का नोडल जांच केंद्र
मुख्यमंत्री ने IVRI की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के समय संस्थान ने एक नोडल केंद्र के रूप में कार्य किया और दो लाख से अधिक कोविड जांच की। साथ ही लंपी वायरस के लिए वैक्सीन बनाकर संस्थान ने पशुओं और किसानों दोनों को राहत दी। बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मू और मुख्यमंत्री योगी का यह कार्यक्रम न सिर्फ विज्ञान और शोध की दिशा में प्रेरणास्पद रहा, बल्कि संस्कृति, पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का भी सशक्त माध्यम बना।