Operation Sindoor: पाकिस्तान के इन 9 आतंकी ठिकानों पर भारत ने बरसाए 'शोले',
लश्कर का सबसे पुराना अड्डा भी मिट्टी में मिलाया
2 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
India Launches Operation Sindoor: भारत ने बुधवार को एक बड़ा सैन्य अभियान चलाया। इसका नाम था ऑपरेशन सिंदूर। इसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह कार्रवाई खुफिया जानकारी के आधार पर की गई। जानकारी के अनुसार, इन जगहों से भारत में आतंक फैलाने की तैयारी हो रही थी। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज़्बुल मुजाहिद्दीन जैसे संगठनों को पाकिस्तानी सेना और ISI से गुप्त मदद मिल रही थी। इसमें हथियार, पैसा, ट्रेनिंग और सुरक्षित ठिकाने शामिल थे। भारत ने यह कार्रवाई देश की सुरक्षा के लिए की है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के ठिकानों को गहरी चोट दी है। इससे आतंकियों के नेटवर्क को बड़ा नुकसान हुआ है। भारत ने फिर दिखा दिया कि वह अपनी सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।
भारत को मिली खुफिया जानकारी
भारत को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली। बताया गया कि इन ठिकानों से आतंकी भारत में घुसपैठ की योजना बना रहे थे। सेना ने पहले सबूत इकट्ठा किए। फिर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। भारत ने 9 ऐसे बड़े ठिकानों को चुना और वहां हमला किया।
ये हैं वे 9 आतंकी ठिकाने
- मरकज़ सुभान अल्लाह, बहावलपुर
यह जैश का मुख्य ट्रेनिंग सेंटर है। यहीं से पुलवामा हमले की योजना बनी थी।
- मरकज़ तैयबा, मुरिदके
बताया जा रहा है कि यह लश्कर का मुख्य ठिकाना है। 26/11 के हमलावरों को यहीं ट्रेनिंग दी गई थी।
- सरजल-तेहरा कालां, पंजाब
यहां सुरंगें बनती थीं और ड्रोन के ज़रिये हथियार भेजे जाते थे।
- मेहमूना जोया, सियालकोट
यहां से आतंकियों को जम्मू में भेजा जाता था।
- मरकज़ अहले हदीस, भिंबर
यह जगह पुंछ और राजौरी में आतंकी भेजने का अड्डा है।
- मरकज़ अब्बास, कोटली
जैश का यह ठिकाना घुसपैठ की योजना बनाता है।
- मस्कर रहील शाहिद, कोटली
हिज़्बुल का बड़ा कैंप, जहां स्नाइपिंग और जंगली ट्रेनिंग होती है।
- शवाई नाला कैंप, मुज़फ्फराबाद
लश्कर का सबसे पुराना अड्डा। यहां 250 तक आतंकी रह सकते हैं।
- मरकज सैयदना बिलाल, मुज़फ्फराबाद
यह जैश का प्रमुख कैंप है। बता दें कि यहां पाकिस्तान की सेना के कमांडो भी ट्रेनिंग देते हैं।
खुफिया एजेंसियों का बड़ा खुलासा
खुफिया एजेंसियों ने बताया कि इन ठिकानों को सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के नाम पर छिपाया गया था। यहां पर पाकिस्तानी अफसर आकर ट्रेनिंग भी देते थे। बहावलपुर और मुरिदके में मौजूद ट्रेनिंग सेंटरों में धार्मिक भड़काऊ भाषण भी दिए जाते थे। जैश का सरगना मसूद अजहर ने दिसंबर 2024 में ऐसा ही भाषण दिया था।