ईरान-इजराइल जंग के बीच फंसे भारतीय छात्र सकुशल भारत लौटे,
ऑपरेशन सिंधु के तहत शुरू हुई सुरक्षित वापसी
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Iran Israel Tensions: ईरान-इजराइल युद्ध के तनाव के बीच फंसे 110 भारतीय छात्र अब सुरक्षित भारत लौट आए हैं। इनमें से 90 छात्र जम्मू-कश्मीर के हैं, जो उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी ईरान में पढ़ाई कर रहे थे। जैसे-जैसे तेहरान समेत कई इलाकों में हालात बिगड़ते गए भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंधु के तहत इन छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए कार्रवाई शुरू की। मंगलवार को सभी छात्रों को बसों के जरिए ईरान से आर्मेनिया बॉर्डर के नॉरदुज पास से निकाला गया और राजधानी येरेवन के होटलों में ठहराया गया। इसके बाद इंडिगो की फ्लाइट से छात्रों को पहले कतर के दोहा और फिर नई दिल्ली लाया गया।
आर्मेनिया बना भारतीयों का रेस्क्यू ज़ोन
भारत लौटे छात्रों ने बताया कि तेहरान समेत कई जगहों पर हालात बहुत खराब हैं लोग डरे हुए हैं और शहर छोड़कर जा रहे हैं। पेट्रोल पंपों पर लंबी लाइनें लग रही हैं और लोगों के पास सुरक्षित जगहों पर भागने के लिए कोई साधन नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सिर्फ तेहरान में 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। बता दें कि छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए ईरान और आर्मेनिया के संबंधों का लाभ उठाया गया। आर्मेनिया की राजनीतिक स्थिरता भारत से मित्रवत संबंध और नजदीकी होने के कारण उसे इस ऑपरेशन के लिए चुना गया। अन्य पड़ोसी देशों जैसे पाकिस्तान, तुर्किये, अजरबैजान या इराक की स्थिति या भारत से तनावपूर्ण संबंधों के चलते वे विकल्प नहीं थे।
युद्ध जैसे हालात में ईरान के एयरपोर्ट बंद
ईरान के एयरपोर्ट बंद हैं और युद्ध जैसे हालात में सीधे वहां से फ्लाइट भेजना असंभव है। इसलिए लैंड बॉर्डर से होकर छात्रों को सुरक्षित देश पहुंचाया गया, जहां से फ्लाइट्स से उन्हें भारत लाया गया। विदेश मंत्रालय और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशानुसार छात्रों को पूरी प्रक्रिया में अपनी पहचान, गाड़ी की जानकारी, पासपोर्ट नंबर और यात्रा समय जैसी जानकारियां देनी पड़ीं।
बचे हुए भारतीयों की वापसी की तैयारी
तेहरान में अब भी हालात बेहद नाजुक हैं। शहर में कोई सुरक्षित बंकर या शेल्टर नहीं है, जिससे लोग खुली सड़कों पर जान जोखिम में डालकर भाग रहे हैं। ऐसे माहौल में छात्रों की सुरक्षित वापसी भारत सरकार की तेजी और योजना का परिणाम है। अभी भी लगभग 10,000 भारतीय ईरान में फंसे हुए हैं, जिनमें 1,500 छात्र शामिल हैं। ऑपरेशन सिंधु के तहत बाकी लोगों को भी जल्द लाने की तैयारी है।