60 साल पहले यहां पेड़ ने की थी बात… तब से गांव का नाम पड़ा निंबोला,
जानिए अनोखी कहानी
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
MP News: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में एक ऐसा गांव है, जिसका नाम सुनकर हर कोई हैरान रह जाता है। आमतौर पर गांवों के नाम महापुरुषों, समाजसेवियों या ऐतिहासिक घटनाओं पर रखे जाते हैं, लेकिन इस गांव का नाम एक पेड़ से जुड़ा हुआ है। यह गांव निंबोला कहलाता है और इसका नाम नीम के पेड़ पर रखा गया है। ग्रामीण बताते हैं कि करीब 60 साल पहले गांव में ऐसी घटना हुई थी, जब एक व्यक्ति से नीम का पेड़ खुद बोल उठा था। तभी से इस गांव का नाम निंबोला पड़ गया और यह मान्यता आज भी कायम है।
नीम के पेड़ ने की थी बात
गांव के बुजुर्गों और स्थानीय निवासी पप्पू पाटिल के मुताबिक, यह घटना लगभग 60 साल पहले की है। उस समय एक व्यक्ति थककर नीम के पेड़ के नीचे बैठा था। तभी नीम का पेड़ उससे बात करने लगा। इस घटना को गांववालों ने चमत्कार मान लिया और उसी दिन से पूरे गांव का नाम निंबोला रख दिया गया। यह कहानी पीढ़ी दर पीढ़ी सुनाई जाती है और आज भी लोग इसे मानते हैं।
नीम के पेड़ों से भरा है गांव
निंबोला गांव की एक और खासियत यह है कि यहां लगभग हर घर के आंगन या पास एक नीम का पेड़ जरूर मिलता है। गांव की आबादी करीब 3,000 है और 800 से अधिक परिवार यहां रहते हैं। दिलचस्प बात यह है कि नीम के पेड़ों की संख्या भी 500 से ज्यादा है। यही कारण है कि गांव और नीम का गहरा रिश्ता माना जाता है।
ग्रामीणों में आज भी कायम है मान्यता
गांव के लोग बताते हैं कि नीम के पेड़ से जुड़ी यह कहानी आज भी बच्चों को सुनाई जाती है। बुजुर्ग मानते हैं कि नीम का पेड़ गांव के लिए शुभ है और यही वजह है कि लोग नीम के पेड़ को विशेष महत्व देते हैं। निंबोला गांव का नाम और उसकी यह अनोखी पहचान पूरे इलाके में चर्चित है।