झंडे से हमला, पगड़ी गिरी और गरमाया माहौल,
राकेश टिकैत पर हमले के विरोध में आज महापंचायत, जानें पूरा मामला
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
Rakesh Tikait Attack: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को जन आक्रोश रैली के दौरान भारी हंगामा हो गया। रैली में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत के विरुद्ध वापस जाओ के नारे लगे तो वहीं पर कुछ अराजक तत्वों ने हमला कर दिया। इस दौरान उनके सिर पर झंडे से वार किया गया, जिससे उनकी पगड़ी गिर गई। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उन्हें संभाला। इस पूरे घटनाक्रम के बाद टिकैत ने पगड़ी गिराने को अपना अपमान बताया है। मामले को लेकर अब आज जीआईसी मैदान में किसान महापंचायत बुलाई गई है।
नरेश टिकैत के बयान से उपजा विरोध
दरअसल शुक्रवार को जन आक्रोश रैली का आयोजन सिविल लाइन थाना क्षेत्र के टाउन हॉल ग्राउंड में किया गया था। रैली का उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले, हिंदुओं के पलायन और पश्चिम बंगाल की हिंसा के खिलाफ विरोध जताना था। रैली में 168 हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि पहुंचे थे। बाजार बंद रहे और भारी भीड़ जुटी। शाम करीब 5:30 बजे राकेश टिकैत जैसे ही मंच पर पहुंचे, विरोध शुरू हो गया। लोगों ने “राकेश टिकैत वापस जाओ” के नारे लगाने शुरू कर दिए। दरअसल, राकेश टिकैत के भाई और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि "पाकिस्तान का पानी रोकना सही नहीं है, भारत-पाकिस्तान का किसान एक है।" इस बयान से नाराज होकर कुछ समूहों ने राकेश टिकैत का विरोध किया।
धक्का-मुक्की, पगड़ी गिरने की घटना
यहां विरोध के बीच माहौल बिगड़ता चला गया। भगवा और तिरंगे झंडे लिए कुछ लोग मंच पर चढ़ने की कोशिश करने लगे। इसी बीच एक व्यक्ति ने राकेश टिकैत के सिर पर झंडे से प्रहार किया, जिससे उनकी पगड़ी गिर गई। हालांकि, समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें तुरंत संभाल लिया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।
पूर्व नियोजित साजिश का आरोप
राकेश टिकैत ने इस घटना को पूर्व नियोजित साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, “अगर वे कामयाब होते तो शायद हमें मार ही देते। यह पूरी तरह से सोची-समझी योजना थी। माहौल को जानबूझकर खराब किया गया।” उन्होंने पुलिस-प्रशासन से मांग की कि शराब पीकर आए लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जाए।
नरेश की चेतावनी: समाधान नहीं निकला तो उतार देंगे पगड़ी
घटना के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने अपने आवास पर समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “यह किसानों के मान-सम्मान का मामला है। अगर आज होने वाली महापंचायत में समाधान नहीं निकला तो हम अपनी पगड़ी उतार देंगे।” उन्होंने साफ किया कि किसान अनुशासित हैं, लेकिन अगर चाहें तो स्थिति गंभीर हो सकती है। भाकियू जिलाध्यक्ष नवीन राठी ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि विरोध करने वालों की पहचान कर कार्रवाई नहीं की गई, तो जिले में रेल और बस सेवाएं ठप कर दी जाएंगी।
भानु प्रताप सिंह का समर्थन
भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने भी राकेश टिकैत के साथ हुई घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, “यह बहुत ही शर्मनाक घटना है। यदि राकेश या नरेश टिकैत का मुझे फोन आता है, तो मैं उनके लिए जान देने को भी तैयार हूं।” उन्होंने कहा कि आज की महापंचायत में जो भी निर्णय लिए जाएंगे, वे मान्य होंगे।
महापंचायत के लिए तैयारी शुरू
आज सुबह से ही जीआईसी मैदान में किसान जुटना शुरू हो गए हैं। नरेश टिकैत द्वारा महापंचायत का समय 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक तय किया गया है। इसमें बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है। माना जा रहा है कि इस महापंचायत में टिकैत परिवार की पगड़ी पर हुए हमले और किसान सम्मान से जुड़े मुद्दों पर अहम निर्णय लिए जा सकते हैं।