Mount Thor: दुनिया का इकलौता पहाड़, जहां 105 डिग्री झुकी है चट्टान,
गिरते वक्त 26 सेकेंड तक नहीं मिलती ज़मीन
7 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Mount Thor: कनाडा के बाफिन आइलैंड पर स्थित है Mount Thor एक ऐसा पहाड़ जो दिखने में जितना सुंदर है, उतना ही खतरनाक भी। यह पहाड़ खास इसलिए नहीं कि इसकी ऊंचाई बहुत ज्यादा है, बल्कि इसलिए कि इसकी एक चट्टान इतनी खड़ी है कि उससे गिरने पर इंसान करीब 26 सेकंड तक बिना किसी रुकावट के हवा में ही गिरता रहेगा। यह जानकारी जितनी रोमांचक लगती है, उतनी ही डरावनी भी है।
थॉर देवता के नाम पर रखा गया नाम
इस पहाड़ का नाम नॉर्स पौराणिक गॉड Thor के नाम पर रखा गया है, जो बिजली और गड़गड़ाहट के देवता माने जाते हैं। Mount Thor का खतरनाक और शक्तिशाली स्वरूप इस नाम के बिलकुल अनुकूल है।
105 डिग्री कोण पर झुकी है चट्टान
Mount Thor की ऊंचाई लगभग 5,500 फीट है, लेकिन इसकी वेस्ट फेस (पश्चिमी चट्टान) इसे सबसे अलग बनाती है। यह चट्टान सीधी नहीं बल्कि 105 डिग्री के कोण पर झुकी हुई है, यानी आम दीवारों से भी ज्यादा खतरनाक और पीछे की ओर झुकी हुई। इसे ओवरहैंग कहा जाता है।
गिरने पर 26 सेकंड तक सिर्फ हवा में
अगर कोई इस चट्टान से गिरे, तो वह करीब 4,100 फीट (1,250 मीटर) तक सीधे नीचे गिरेगा बिना किसी रुकावट के। यानी बिना पैराशूट के कोई इंसान यहां से कूदे तो वो पूरे 26 सेकंड तक हवा में रहेगा। ऐसा अनुभव असल जीवन में शायद ही कहीं और मिले।
करोड़ों साल पुरानी बनावट
Mount Thor पूरी तरह ग्रेनाइट चट्टानों से बना है, जो करीब 3.5 अरब साल से लेकर 57 करोड़ साल पहले के बीच की है। इसके ओवरहैंग जैसी चट्टानें बर्फ के ग्लेशियरों के कारण बनी हैं, जो हजारों सालों तक इस इलाके में आते-जाते रहे और इस चट्टान को काटते गए।
1965 में हुई पहली चढ़ाई, 1985 में वेस्ट फेस पर विजय
Mount Thor की पहली चढ़ाई 1965 में अमेरिकी पर्वतारोही लाइमैन स्पिट्जर और डोनाल्ड मॉर्टन ने की थी। लेकिन इसकी सबसे खतरनाक पश्चिमी चट्टान को 1985 में पहली बार फतह किया गया—वो भी पूरे 33 दिन में।
प्रकृति का अद्भुत चमत्कार
Mount Thor सिर्फ एक पहाड़ नहीं, बल्कि प्रकृति की ताकत और समय की कलाकारी का जीता-जागता उदाहरण है। इसकी बनावट, ऊंचाई और खतरा इसे दुनिया के सबसे रोमांचक और रहस्यमय स्थलों में शामिल करती है। रोमांच प्रेमियों के लिए यह किसी सपने से कम नहीं।