भारत बना दुनिया के लिए लोकतंत्र की मिसाल, नोबेल विजेता मारिया कोरिना मचाडो ने की तारीफ,
कहा - ‘भारत महान सहयोगी, गांधी से मिली प्रेरणा’
3 days ago Written By: Aniket Prajapati
भारत में जहां विपक्ष अक्सर लोकतंत्र पर सवाल उठाता है, वहीं दुनिया भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को सलाम कर रही है। 2025 की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मारिया कोरिना मचाडो ने भारत की लोकतांत्रिक परंपरा की जमकर सराहना की है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का महान लोकतंत्र है और यह उन देशों के लिए प्रेरणा है जो आज भी आजादी और लोकतंत्र के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मचाडो ने कहा कि “भारत हमारे लिए एक महान सहयोगी बन सकता है। मैं जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने की उम्मीद करती हूं और उस दिन का इंतजार कर रही हूं जब मैं एक आजाद वेनेजुएला में उनका स्वागत कर सकूं।”
भारत की लोकतांत्रिक भूमिका पर बोलीं मचाडो वेनेजुएला में पिछले दो दशकों से लोकतंत्र की बहाली की लड़ाई लड़ रहीं मचाडो ने कहा “भारत ने हमेशा दुनिया को दिखाया है कि लोकतंत्र केवल शासन प्रणाली नहीं, बल्कि एक जीवन पद्धति है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत की जिम्मेदारी है कि वह इसे और मजबूत बनाए रखे, क्योंकि कई देश आपसे प्रेरणा लेते हैं। लोकतंत्र को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए, बल्कि हर दिन इसे सशक्त बनाना चाहिए।”
गांधी से ली प्रेरणा, भारत से गहरा लगाव मचाडो ने महात्मा गांधी को अपना प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा |“अहिंसा कमजोरी नहीं, बल्कि सबसे बड़ी ताकत है। गांधीजी ने इसे पूरी दुनिया को दिखाया। उनके संघर्ष ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है।”उन्होंने बताया कि उनका भारत से गहरा लगाव है “मेरी बेटी हाल ही में भारत गई थी, उसे आपका देश बहुत पसंद आया। मेरे कई दोस्त भारत में रहते हैं और मैं भारतीय राजनीति को करीब से देखती हूं।”उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र लौटने के बाद वेनेजुएला में एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और टेलीकॉम सेक्टर में भारतीय कंपनियों के लिए बड़े निवेश अवसर खुलेंगे।
चुनावों पर बोलीं ‘जनता ने हमें चुना, लेकिन दमन शुरू हो गया’ मचाडो ने बताया कि 28 जुलाई 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी। उन्होंने कहा “मैं विपक्ष की उम्मीदवार थी और 93% वोट मिले, लेकिन शासन ने मुझे चुनाव लड़ने से रोक दिया। फिर हमारे उम्मीदवार ने चुनाव लड़ा और 70% वोटों से जीते। हमारे पास 85% वोटों के प्रमाण हैं, पर सरकार ने नतीजों को दबा दिया और दमन शुरू कर दिया। हज़ारों लोग लापता हैं, महिलाओं और बच्चों तक को प्रताड़ित किया गया।”
ट्रंप को बताया ‘मुख्य सहयोगी’ मचाडो ने कहा कि अमेरिका और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनके आंदोलन के सबसे बड़े समर्थक हैं। उन्होंने कहा “दुनिया जानती है कि मादुरो शासन किस तरह अपराधी ढांचे पर टिका है। अब अमेरिका, ट्रंप प्रशासन और कई देशों की वैश्विक गठबंधन से मादुरो पर दबाव बढ़ा है। उसके पास अब लोकतांत्रिक संक्रमण स्वीकार करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।” मचाडो ने कहा कि उनका संघर्ष हर वेनेजुएलन नागरिक की आजादी और अधिकारों के लिए जारी रहेगा और इस लड़ाई में भारत की आवाज बेहद अहम है।