फर्जी वीडियो पर भड़के मनोज बाजपेयी… क्या सच में तेजस्वी यादव ने किया था शेयर,
जानिए पूरा मामला
11 days ago Written By: Ashwani Tiwari
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर प्रचार का दौर तेज हो गया है। हर पार्टी और नेता अपने-अपने तरीके से लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ, जिसमें अभिनेता मनोज बाजपेयी किसी राजनीतिक दल के समर्थन में अपील करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद अभिनेता ने नाराज़गी जताई और साफ कहा कि उनका किसी भी राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने इस वीडियो को पूरी तरह फेक बताया और जनता से इसे शेयर न करने की अपील की।
तेजस्वी यादव के नाम से चल रहे फर्जी अकाउंट से हुआ पोस्ट रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वीडियो तेजस्वी यादव नाम के एक सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट किया गया था। बिहार चुनाव में आरजेडी (RJD) के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। हालांकि, उनके नाम से कई फर्जी अकाउंट भी बनाए गए हैं। इन्हीं में से एक अकाउंट से एडिट किया गया वीडियो शेयर किया गया, जिसमें मनोज बाजपेयी को आरजेडी को वोट देने की अपील करते दिखाया गया था। लेकिन जांच में पता चला कि यह वीडियो पूरी तरह एडिट किया हुआ है। तेजस्वी यादव का असली अकाउंट @yadavtejashwi नाम से चलता है, और वायरल वीडियो का उनसे कोई संबंध नहीं है।
मनोज बाजपेयी ने दी सफाई मनोज बाजपेयी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर इस वायरल वीडियो का जवाब देते हुए लिखा कि वह किसी भी पार्टी या राजनीतिक विचारधारा से जुड़े नहीं हैं। उन्होंने कहा मैं सार्वजनिक रूप से कहना चाहता हूं कि मेरा किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। जो वीडियो शेयर किया जा रहा है, वह असल में प्राइम वीडियो का है, जिसमें मैंने अभिनय किया था। उसे गलत तरीके से एडिट कर वायरल किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस तरह की भ्रामक और झूठी सामग्री को फैलाना बंद करें, क्योंकि यह व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई यूजर्स ने नाराज़गी जताई। एक यूजर ने लिखा आज के डिजिटल युग में डीपफेक और भ्रामक एडिटिंग हर सार्वजनिक हस्ती के लिए खतरा बन गई है। किसी की राजनीतिक निष्ठा को एडिट किए गए कंटेंट से तय करना गलत है और इससे लोकतांत्रिक संवाद कमजोर होता है। बिहार में चुनावी माहौल के बीच ऐसे कई एडिटेड वीडियो सामने आ रहे हैं, जिनमें अलग-अलग अभिनेताओं को राजनीतिक प्रचार से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। कई मामलों में तो लोग कोर्ट तक भी पहुंच चुके हैं।