मणिपुर में 15 जून तक बन सकती है नई सरकार,
10 विधायकों ने पेश किया दावा
1 months ago
Written By: NEWS DESK
Manipur Political Crisis: मणिपुर में लंबे समय से जारी राजनीतिक अस्थिरता के बीच अब नई सरकार बनने की उम्मीद नजर आ रही है। राज्य के 10 विधायकों ने बुधवार को राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इन विधायकों में 8 भाजपा के हैं, जबकि एक-एक विधायक NPP और निर्दलीय हैं। ऐसे में ये कयास लगाये जा रहें हैं कि, यहां आगामी 15 जून तक नई सरकार बन सकती है।
विधायक ने किया खुलासा
जिसके बाद इन्हीं में से एक विधायक ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि, मणिपुर में नई सरकार के ढांचे पर बातचीत हो चुकी है और 15 जून तक सरकार बनने की पूरी संभावना है। इसी सिलसिले में विधानसभा अध्यक्ष सत्यव्रत को केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली बुलाया है और वे वहां रवाना हो चुके हैं। जिसके बाद इसको लेकर सियासी अटकलों का दौर शुरू हो चुका है।
13 फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू
बताते चलें कि, मणिपुर विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं और बहुमत के लिए 31 विधायकों की जरूरत होती है। इस समय एक सीट खाली है, ऐसे में कुल 59 विधायक हैं। फिलहाल 13 फरवरी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।
बीरेन सिंह ने 9 फरवरी को दिया था इस्तीफा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा के एन बीरेन सिंह ने 9 फरवरी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन पर राज्य में डेढ़ साल से जारी कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसा को रोक पाने में विफल रहने का आरोप था। इस हिंसा में अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, 1500 से अधिक घायल हुए हैं और 70 हजार से ज्यादा लोग अपने घरों से बेघर हुए हैं।
NDA के पास बहुमत से ज्यादा समर्थन
वहीं इस समय भाजपा और उसके सहयोगी दलों के पास कुल 44 विधायक हैं। इनमें 32 मैतेई, 3 मणिपुरी मुस्लिम और 9 नगा विधायक शामिल हैं। कांग्रेस के पास 5 विधायक हैं और सभी मैतेई समुदाय से आते हैं। कुकी समुदाय के कुल 10 विधायक हैं, जिनमें से 7 भाजपा के टिकट पर चुने गए थे, 2 कुकी पीपुल्स अलायंस से और 1 निर्दलीय हैं।
राहुल गांधी ने PM पर उठाए थे सवाल
वहीं बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि, हिंसा और जनहानि के बावजूद पीएम ने सिंह को पद पर बनाए रखा। लेकिन जनता के दबाव, सुप्रीम कोर्ट की जांच और कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव के चलते सिंह को इस्तीफा देना पड़ा।
राहुल ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि, अब सबसे जरूरी काम मणिपुर में शांति बहाल करना है। उन्होंने पीएम मोदी से अपील की थी कि वे तुरंत मणिपुर जाएं, वहां के लोगों से मिलें और हालात सामान्य करने की योजना बताएं।