लोकसभा में चुनाव सुधार और वोटर लिस्ट SIR प्रक्रिया पर बहस,
कांग्रेस ने उठाए कई सवाल
6 days ago Written By: Ashwani Tiwari
SIR Debate in Parliament: लोकसभा में मंगलवार को देश में चल रहे चुनाव सुधारों और वोटर लिस्ट की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पर बहस हुई। विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग (ECI) की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बहस की शुरुआत करते हुए कहा कि SIR प्रक्रिया पूरे राज्यों में कराई जा रही है, जबकि केवल विवादित क्षेत्रों में यह पर्याप्त हो सकती थी। उन्होंने चुनाव आयोग के चयन और EVM की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए। साथ ही उन्होंने पेपर बैलेट और VVPAT काउंटिंग को मजबूत करने की मांग की।
मनीष तिवारी के प्रमुख सुझाव और आरोप कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में तीन बड़ी मांगें रखीं:
चुनाव आयोग के चयन में सुधार: आयोग के सदस्यों को चुनने वाले पैनल में राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भी शामिल किया जाए।
SIR प्रक्रिया में बदलाव: पूरे राज्य में SIR प्रक्रिया करने के बजाय केवल शिकायत वाले विधानसभा या लोकसभा क्षेत्रों में ही इसे लागू किया जाए।
चुनाव प्रणाली सुधार: चुनाव को पेपर बैलेट से कराना चाहिए और EVM की जगह 100% VVPAT काउंटिंग हो, क्योंकि EVM में हेरफेर की संभावना है।
चुनाव आयोग पर सवाल और राजीव गांधी के सुधारों का हवाला मनीष तिवारी ने कहा कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर देश में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में सबसे बड़ा चुनाव सुधार राजीव गांधी के दौर में हुआ था, जब मतदान की उम्र 21 से घटाकर 18 कर दी गई थी।
लोकसभा में बहस और आगे की प्रक्रिया लोकसभा में मंगलवार और बुधवार को SIR और चुनाव सुधारों पर बहस जारी रहेगी। इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, वर्षा गायकवाड़ और अन्य सांसद भी अपनी बात रखेंगे। वहीं, राज्यसभा में गुरुवार को चुनाव सुधारों पर चर्चा की जाएगी। इस बहस से चुनाव आयोग की प्रक्रिया और SIR के तरीकों में संभावित सुधारों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की संभावना है।