राहुल गांधी के आरोप पर चुनाव आयोग की सफाई,
कांग्रेस ने फिर लगाए नए आरोप
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Karnataka CEO: कर्नाटक में मतदाता सूची से नाम हटाने के मामले पर नया विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में वोटरों के नाम काटे गए। अब कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) वी. अंबुकुमार ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि यह आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दिसंबर 2022 में आलंद निर्वाचन क्षेत्र में 6,018 आवेदन आए थे, जिनमें से ज्यादातर फर्जी पाए गए। इस मामले में 2023 में ही एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी थी।
6,018 आवेदन आए, सिर्फ 24 सही निकले कर्नाटक CEO ने बताया कि दिसंबर 2022 में निर्वाचन रजिस्ट्री अधिकारी (ERO) को NVSP, VHA और GARUDA जैसे ऑनलाइन ऐप्स के जरिए हजारों आवेदन मिले थे। शक होने पर सभी की जांच की गई। जांच में केवल 24 आवेदन सही पाए गए, जबकि 5,994 आवेदन फर्जी निकले। इसलिए केवल 24 को ही स्वीकार किया गया और किसी भी मतदाता का नाम नहीं हटाया गया।
FIR और चुनाव आयोग की कार्रवाई CEO अंबुकुमार ने बताया कि फरवरी 2023 में ERO ने कलबुर्गी जिले के आलंद पुलिस स्टेशन में इस मामले की एफआईआर दर्ज कराई थी। चुनाव आयोग ने आगे की जांच के लिए 6 सितंबर 2023 को सारी जानकारी पुलिस अधीक्षक को सौंप दी थी।
कांग्रेस के नए आरोप इस बीच कांग्रेस ने कहा कि कर्नाटक CID ने 9 सितंबर 2025 को चुनाव आयोग को 18वां पत्र भेजा है। इसमें CID ने सात दिन के भीतर ज़रूरी तकनीकी सबूत देने की मांग की थी। कांग्रेस का आरोप है कि चुनाव आयोग ने अब तक CID को डेस्टिनेशन IP, डिवाइस पोर्ट्स और OTP ट्रेल जैसे डेटा नहीं दिए, जिनसे असली आरोपी का पता चल सकता है। पार्टी ने सवाल उठाया कि आयोग यह जानकारी क्यों छुपा रहा है और क्या किसी को बचाने की कोशिश हो रही है।
राहुल गांधी का बयान 18 सितंबर को राहुल गांधी ने दावा किया था कि देशभर में लाखों वोटरों को मतदाता सूची से हटाने की साजिश हो रही है। उन्होंने कर्नाटक के आलंद क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां 6,018 वोट हटाने की कोशिश की गई थी। राहुल का कहना था कि असली संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है और यह मामला सिर्फ संयोग से सामने आया।