देश का सिर गर्व से ऊंचा, भारतीय वैज्ञानिक को 16 साल में पहली बार मिला इंटरनेशनल सम्मान,
मिला लाखों डॉलर का इनाम
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
GK: भारत ने विज्ञान और जल प्रबंधन के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। पुणे के जल विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु कुलकर्णी को प्रतिष्ठित इंटरनेशनल वॉटर प्राइज से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ ओक्लाहोमा के WaTER सेंटर की ओर से प्रदान किया गया। खास बात यह है कि यह पुरस्कार पाने वाले वे पहले भारतीय वैज्ञानिक बन गए हैं। इस सम्मान की शुरुआत वर्ष 2009 में हुई थी और तब से लेकर अब तक दुनिया भर के जल प्रबंधन विशेषज्ञों को इसमें शामिल किया गया है।
पुरस्कार और समारोह इंटरनेशनल वॉटर प्राइज जल आपूर्ति और स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है। डॉ. कुलकर्णी को यह पुरस्कार 2024 में घोषित किया गया था, लेकिन औपचारिक रूप से 15 सितंबर 2025 को आयोजित समारोह में उन्हें सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार में एक ट्रॉफी और 25,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 21 लाख रुपये) की नकद राशि दी जाती है।
डॉ. हिमांशु कुलकर्णी का योगदान डॉ. कुलकर्णी लंबे समय से ग्राउंडवॉटर मैनेजमेंट और सामुदायिक भागीदारी पर काम कर रहे हैं। वे नीति आयोग की 12वीं योजना के वर्किंग ग्रुप के को-चेयरमैन रह चुके हैं और नेशनल एक्वीफर मैपिंग प्रोग्राम के मसौदे में भी उनका बड़ा योगदान रहा है। इस समय वे शिव नादर यूनिवर्सिटी में रूरल मैनेजमेंट के प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस हैं। इसके अलावा आईआईटी बॉम्बे और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में भी जुड़े हैं। उन्होंने ACWADAM (Advanced Center for Water Resources Development and Management) की स्थापना के जरिए स्थानीय समुदायों को जल प्रबंधन में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया। उनका मानना है कि भूजल को केवल साझा संसाधन (कॉमन पूल रिसोर्स) मानकर और सामुदायिक प्रयासों से ही जल संकट का स्थायी समाधान निकाला जा सकता है।
इंटरनेशनल वॉटर प्राइज का महत्व यह सम्मान हर दो साल में दिया जाता है और इसका मकसद उन व्यक्तियों को सराहना देना है जिन्होंने रिसर्च, शिक्षा या सामाजिक सेवा के जरिए जल प्रबंधन और स्वच्छता के क्षेत्र में खास योगदान दिया है। यह प्राइज विशेष रूप से विकासशील देशों और गरीब तबकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर दिया जाता है।