कभी सिंदूर तो कभी विजय के लिए...इंडियन आर्मी के वो 5 सबसे खतरनाक मिशन,
जिनके नाम हैं बहुत खास, जानिए मतलब
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Indian Army's Historic Military Operations: भारतीय सेना यह एक नाम नहीं हम भारतवासियों की पहचान, शान और अभिमान है भारतीय सेना ने हर बार यह साबित किया है कि जब बात देश की सुरक्षा और सम्मान की आती है तो वह किसी भी हद तक जा सकती है। चाहे सीमा पार हो या देश के भीतर भारत ने हर आतंकी और दुश्मन को करारा जवाब दिया है। सेना के ये जवाब सिर्फ गोलियों और बंदूकों से नहीं दियें हैं, बल्कि हर ऑपरेशन के पीछे एक सोच, एक संदेश और एक सांस्कृतिक प्रतीक था। कभी ऑपरेशन सिंदूर, कभी ऑपरेशन बंदर, तो कभी ऑपरेशन विजय.. इन नामों के पीछे छुपी है वीरता, परंपरा और प्रतिशोध की भावना। आइये जानते हैं इन ऐतिहासिक सैन्य अभियानों के पीछे की कहानी।
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025
सबसे पहले बात करते हैं ऑपरेशन सिंदूर की। पहलगाम में आतंकियों ने एक दर्दनाक हमला किया था जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए। इस हमले में सिर्फ हिंदुओं को निशाना बनाया गया और कई महिलाओं का सुहाग उजाड़ा गया। इस क्रूरता के बाद पूरे देश में गुस्सा था। भारतीय सेना ने इस हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन चलाया, जिसका नाम था… ऑपरेशन सिंदूर। इस ऑपरेशन में सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के चीफ मसूद अजहर के 10 रिश्तेदारों समेत 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर किया गया। सिंदूर, भारतीय संस्कृति में शादीशुदा महिला के सुहाग का प्रतीक है, और उसी के सम्मान की रक्षा के लिए इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन सिंदूर दिया गया।
ऑपरेशन बंदर 26 फरवरी 2019
14 फरवरी 2019 को पुलवामा में आत्मघाती हमले में 40 CRPF जवान शहीद हुए। इसका मुंहतोड़ जवाब भारत ने पाकिस्तान को सिर्फ 12 दिन में दिया। बता दें कि 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। इस कार्रवाई को नाम दिया गया ऑपरेशन बंदर। ये नाम रामायण से लिया गया, जहां भगवान हनुमान चुपचाप लंका में घुसे और उसे जलाकर रख दिया। ठीक वैसे ही भारत ने चुपचाप पाकिस्तान में घुसकर आतंक का खात्मा किया।
ऑपरेशन ब्लैक टॉरनेडो 26 नवम्बर 2008
2008 के 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के बाद भारत ने NSG कमांडोज़ के जरिए ‘ऑपरेशन ब्लैक टॉरनेडो’ चलाया। यह ऑपरेशन ताज होटल, ओबेरॉय और नरीमन हाउस में छुपे आतंकियों को खत्म करने के लिए शुरू हुआ था। यह मिशन लगभग 60 घंटे तक चला था। इस ऑपरेशन में 10 में से 9 आतंकी मारे गए थें। इस ऑपरेशन का नाम था ‘ब्लैक टॉरनेडो’, जो एक तेज़, अंधकारमय और विनाशकारी तूफान को दर्शाता है। यह बिलकुल वैसे ही जैसे NSG ने दुश्मनों पर कहर बरपाया था।
ऑपरेशन मेघदूत 13 अप्रेल 1984
1984 में भारत ने सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण पाने के लिए ‘ऑपरेशन मेघदूत’ शुरू किया गया। यह दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है। इस ऑपरेशन ने भारत को सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण जगह पर बढ़त दिलाई। 'मेघदूत' नाम इस क्षेत्र की ठंडी बादलों से घिरी जलवायु को दर्शाता है। यह ऑपरेशन एक रणनीतिक और भौगोलिक चमत्कार था।
ऑपरेशन विजय 1999
1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान ने भारत की चोटियों पर कब्जा करने की कोशिश की। भारतीय सेना ने उन्हें पीछे हटाने के लिए 'ऑपरेशन विजय' चलाया। इस ऑपरेशन का नाम ही 'विजय' यानी जीत था, और भारतीय सेना ने वह जीत हासिल भी की। यह ऑपरेशन न सिर्फ जमीन की लड़ाई थी, बल्कि भारत के आत्मसम्मान और अखंडता की भी लड़ाई थी।