अफगानिस्तान में दखल न दे पाकिस्तान… भारत ने दिया करारा जवाब,
कहा– अब बर्दाश्त नहीं होगी गुस्ताखी
12 days ago Written By: Ashwani Tiwari
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर भारत ने सख्त रुख अपनाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि भारत स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और अफगानिस्तान के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लगातार आतंकवादी संगठनों को शरण देता है और उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता। साथ ही, पाकिस्तान अपनी आंतरिक असफलताओं का ठीकरा पड़ोसियों पर फोड़ने की पुरानी आदत नहीं छोड़ पा रहा है। भारत ने साफ कहा कि अफगानिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से किसी भी तरह की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पाकिस्तान पर भारत का सीधा निशाना रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान अपने अंदरूनी राजनीतिक और प्रशासनिक नाकामियों के लिए दूसरों को दोषी ठहराता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की नाराजगी इस बात को लेकर है कि अफगानिस्तान अपने क्षेत्र पर स्वतंत्र रूप से नियंत्रण रख रहा है। भारत का मानना है कि हर देश को अपनी सीमाओं के भीतर संप्रभु अधिकारों का प्रयोग करने का हक है, और किसी भी पड़ोसी देश को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
आतंकवाद को पनाह देने के आरोप भारत ने पाकिस्तान पर यह भी आरोप लगाया कि वह आतंकवादी समूहों को शरण देता है और उन्हें अफगानिस्तान की अस्थिरता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह न केवल क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी चुनौती है। भारत इस पूरे मामले पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार निगरानी रख रहा है और इसे उजागर भी कर रहा है।
अफगानिस्तान के साथ भारत का मजबूत रिश्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि भारत अफगानिस्तान की मदद और सहयोग के लिए हमेशा तैयार है। भारत का रुख हमेशा से यही रहा है कि क्षेत्रीय संप्रभुता और सीमा अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी घोषणा की कि भारत जल्द ही काबुल में अपने तकनीकी मिशन को पूर्ण दूतावास में अपग्रेड करेगा। जून 2022 से काम कर रहे इस मिशन को अब स्थायी रूप से दूतावास का रूप दिया जाएगा। इसे अफगानिस्तान के साथ भारत के बढ़ते राजनीतिक और कूटनीतिक संबंधों का प्रतीक माना जा रहा है।
सीमा पर बढ़ा तनाव, अफगान फौज ने दिया जवाब यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफगानिस्तान की सेना ने पाकिस्तान के कई सैनिकों को मार गिराया है। इसी बीच भारत ने दो टूक कहा है कि किसी भी देश को अपने पड़ोसी की संप्रभुता का उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है। भारत ने यह भी साफ कर दिया कि आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने की पाकिस्तान की नीति न केवल अफगानिस्तान, बल्कि पूरे क्षेत्र की स्थिरता के लिए खतरा है।
क्षेत्रीय शांति के लिए भारत का संदेश भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाए। रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत हमेशा अफगानिस्तान के साथ खड़ा रहेगा और आतंकवाद के खिलाफ हर संभव सहयोग देगा। भारत ने यह भी दोहराया कि किसी भी बाहरी दखलंदाजी को स्वीकार नहीं किया जाएगा और अफगानिस्तान की स्वतंत्रता का सम्मान सर्वोपरि है।