इंटरनेशनल करेंसी बनेगा अब भारतीय रुपया,
RBI ने तैयार किया चौंकाने वाला मास्टरप्लान
27 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Delhi News: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को एक अहम योजना का खुलासा किया है, जिससे भारतीय रुपया पड़ोसी देशों के साथ व्यापार में और ज्यादा इस्तेमाल होगा। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि अब भारत के बैंक नेपाल, भूटान और श्रीलंका को रुपये में कर्ज दे सकेंगे। यह कर्ज खासतौर पर व्यापार से जुड़ी जरूरतों के लिए होगा। इस फैसले से भारत और इन देशों के बीच आर्थिक रिश्ते मजबूत होंगे। जानकारों का कहना है कि इस कदम से भारतीय रुपया जल्द ही इंटरनेशनल करेंसी के तौर पर मान्यता हासिल कर सकता है।
मुद्रा के दाम तय करने में पारदर्शिता RBI ने यह भी बताया कि अब भारत के बड़े व्यापारिक साझेदार देशों की मुद्राओं के लिए स्पष्ट और भरोसेमंद रेफरेंस रेट बनाए जाएंगे। इसका मतलब है कि अब रुपये के मुकाबले दूसरी मुद्राओं का दाम आसानी से पता लगाया जा सकेगा। इससे व्यापारियों को रुपया और विदेशी मुद्रा के लेन-देन में पारदर्शिता मिलेगी और कीमत में उतार-चढ़ाव से होने वाली दिक्कतें कम होंगी।
कंपनियां खरीद सकेंगी कॉरपोरेट बॉन्ड्स RBI ने स्पेशल रुपया वोस्ट्रो खातों (SRVAs) में जमा पैसों के इस्तेमाल का दायरा बढ़ा दिया है। अब इन खातों में जमा पैसे से विदेशी निवेशक सिर्फ सरकारी सिक्योरिटी ही नहीं, बल्कि कॉरपोरेट बॉन्ड्स और कमर्शियल पेपर्स भी खरीद सकते हैं। इससे विदेशी निवेशकों के लिए भारत में निवेश के नए विकल्प खुलेंगे और रुपया की मांग बढ़ेगी।
रुपया बनेगा पड़ोसी देशों का फेवरेट RBI लगातार कोशिश कर रहा है कि भारतीय रुपया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भरोसेमंद और स्थिर मुद्रा बने। इसके लिए कई कदम उठाए जा चुके हैं, जैसे सीमा पार डिजिटल भुगतान (UPI), मुद्रा विनिमय समझौते और रुपये की कीमत को स्थिर रखना। इस नई योजना के बाद नेपाल, भूटान और श्रीलंका में रुपया का इस्तेमाल और बढ़ेगा। इससे व्यापार आसान होगा और रुपये की वैल्यू भी मजबूत होगी। जानकारों का कहना है कि यह कदम भारत की आर्थिक छवि को एक मजबूत और भरोसेमंद वैश्विक खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा।