बीजिंग में चीन ने दिखाई ताकत, तो दिल्ली में भारत ने जमाया ज़ोर…
53 देशों की हुई महाबैठक, क्या है आगे की प्लानिंग
5 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Defense News: दुनिया इस समय लगातार बदलते सुरक्षा माहौल से गुजर रही है. हाल ही में चीन ने अपनी शक्ति दिखाने के लिए मिलिट्री परेड का आयोजन किया था, जिसमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए. फाइटर जेट, अल्ट्रा मॉडर्न मिसाइल और नई तकनीक से लैस हथियारों को पेश कर राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका और पश्चिमी देशों को साफ संदेश दिया कि चीन अब रक्षा तकनीक में पीछे नहीं है. इसी बीच भारत की राजधानी दिल्ली में 53 देशों के 67 प्रतिनिधि एक महत्वपूर्ण महाबैठक में जुटे, जिसमें सुरक्षा और शांति से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. यह बैठक हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा से जुड़ा अपने तरह का पहला बड़ा कार्यक्रम थी.
दिल्ली में जुटे 53 देशों के प्रतिनिधि
इंडियन आर्मी ने बुधवार को दिल्ली कैंट स्थित मानेकशॉ सेंटर में भारत में तैनात विदेशी रक्षा अताशे के लिए वार्षिक ब्रीफिंग आयोजित की. सेना ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम में 53 देशों से 67 रक्षा अताशे शामिल हुए. इस दौरान भारत की सुरक्षा नीतियों, रणनीतिक प्राथमिकताओं और वैश्विक चुनौतियों पर भारत का दृष्टिकोण साझा किया गया.
सेना प्रमुख का संबोधन और आत्मनिर्भर भारत पर जोर
कार्यक्रम में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी मौजूद रहे. उन्होंने विदेशी प्रतिनिधियों से बातचीत में उभरते क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा हालात, भारत की रणनीतिक सोच और भारतीय सेना की प्राथमिकताओं पर अपने विचार साझा किए. इस मौके पर भारतीय सेना ने आत्मनिर्भर भारत अभियान और स्वदेशी रक्षा उत्पादन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी. इसका मकसद न सिर्फ भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करना है बल्कि मित्र देशों के साथ सहयोग को नए स्तर पर ले जाना भी है.
चार घंटे चली बैठक में अहम चर्चा
सेना द्वारा साझा की गई तस्वीरों में विदेशी रक्षा अताशे और भारतीय अधिकारी विभिन्न सत्रों में भाग लेते दिखाई दिए. चार घंटे तक चली इस वार्षिक बैठक में कई मसलों पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ. भारतीय सेना का मानना है कि ऐसे संवाद से आपसी विश्वास और सहयोग मजबूत होता है और यह वैश्विक शांति और स्थिरता की दिशा में बड़ी पहल है. विदेशी प्रतिनिधियों ने भी भविष्य में भारत के साथ रक्षा साझेदारी को और गहरा करने पर सहमति जताई.