54 साल बाद देश में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल,
गृह मंत्रालय की हाईलेवल मीटिंग जारी
1 months ago
Written By: NEWS DESK
Civil Defense Mock Drill India: भारत में 54 साल बाद एक बार फिर से सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन होने जा रहा है। इसको लेकर सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई गई है। गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में चल रही इस बैठक में राज्यों के मुख्य सचिवों, सिविल डिफेंस प्रमुखों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक का उद्देश्य 7 मई को प्रस्तावित मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा करना है।
देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल, नागरिकों को दी जाएगी ट्रेनिंग
केंद्र सरकार ने निर्देश दिया है कि 7 मई को देश के 244 जिलों में एक साथ सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जाए। इस ड्रिल के तहत नागरिकों को युद्ध जैसे हालात में खुद को सुरक्षित रखने की ट्रेनिंग दी जाएगी। हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे और लोगों को सुरक्षात्मक उपायों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
भारत को मिलेगा रूस से ब्रह्मोस मिसाइल से लैस जंगी जहाज
इस बीच पाकिस्तान से युद्ध की संभावनाओं के बीच भारत की सैन्य तैयारियां भी तेज हो गई हैं। रूस इस महीने भारत को एक अत्याधुनिक जंगी जहाज सौंपने जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह युद्धपोत 28 मई को भारत को मिलेगा और जून में इसे आधिकारिक रूप से भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। यह जहाज ब्रह्मोस मिसाइल से लैस होगा, जो दुश्मन के रडार को चकमा देने में सक्षम है।
पाकिस्तानी मंत्री के बयान से तनाव और बढ़ा
हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बयान दिया कि भारत नियंत्रण रेखा (LoC) पर कभी भी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर क्षेत्र को राजनीतिक लाभ के लिए परमाणु युद्ध की ओर धकेलने का आरोप लगाया। भारत की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन दोनों देशों के बीच हालिया घटनाओं ने तनाव को और बढ़ा दिया है।
पहलगाम आतंकी हमले ने भड़काया माहौल
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इस हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में और तल्खी आ गई है। सुरक्षा एजेंसियां इस हमले को पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की साजिश मान रही हैं।
फिरोजपुर में ब्लैकआउट प्रैक्टिस, जनता हुई सतर्क
इस बीच, रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात पंजाब के फिरोजपुर छावनी क्षेत्र में ब्लैकआउट प्रैक्टिस की गई। रात 9 बजे से 9:30 बजे तक बिजली पूरी तरह बंद रही ताकि लोगों को अंधेरे में रहने की आदत डाली जा सके। इससे पहले देश में आखिरी बार ऐसा अभ्यास 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान हुआ था।