भारत ने एशिया कप ट्रॉफी लेने से किया इंकार,
नकवी मायूस होकर स्टेज से लौटे
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
India refuses Asia Cup Trophy: दुबई के मैदान पर भारत ने एशिया कप 2025 का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। आखिरी गेंद तक खिंचे इस रोमांचक मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को हराकर तीसरी बार एशिया कप पर कब्जा किया। लेकिन मैच खत्म होने के बाद जो घटनाक्रम हुआ, उसने जीत की चमक को फीका कर दिया। भारतीय टीम ने एशिया कप ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया और इस कारण मेडल सेरेमनी एक घंटे की देरी से शुरू हुई। खिलाड़ी ट्रॉफी के बिना ही जश्न मनाते नजर आए।
भारत-पाकिस्तान ट्रॉफी विवाद मैच खत्म होने के बाद परंपरा के अनुसार विजेता टीम को ट्रॉफी सौंपी जानी थी। लेकिन इस बार विवाद की वजह बने टूर्नामेंट के प्रमुख मोहसिन नकवी। वे एशिया क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष होने के साथ-साथ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन और पाकिस्तान सरकार में मंत्री भी हैं। भारतीय खेमे ने स्पष्ट कर दिया कि वे नकवी से ट्रॉफी नहीं लेंगे। इसी वजह से सेरेमनी अटक गई और दर्शकों को लंबा इंतजार करना पड़ा।
मैदान पर देरी और पाकिस्तान टीम का बर्ताव विवाद बढ़ाने में पाकिस्तान टीम का रवैया भी जिम्मेदार रहा। मेडल सेरेमनी के लिए पाकिस्तानी खिलाड़ी समय पर ड्रेसिंग रूम से बाहर ही नहीं आए। कप्तान सलमान आगा, चीफ कोच माइक हेसन और टीम मैनेजर लगभग एक घंटे बाद मैदान पर पहुंचे। धीरे-धीरे बाकी खिलाड़ी भी आए। चौंकाने वाली बात यह रही कि कुछ पाकिस्तानी खिलाड़ी चप्पल पहनकर मैदान में पहुंचे, जिसने माहौल को और अजीब बना दिया।
भारतीय फैन्स का गुस्सा और नारेबाजी पाकिस्तानी खिलाड़ियों और अधिकारियों की देरी से भारतीय फैन्स नाराज हो गए। जैसे ही मोहसिन नकवी मैदान पर आए, स्टेडियम में हूटिंग शुरू हो गई। दर्शकों ने “भारत माता की जय” के नारे लगाए और पूरे समय विरोध जताते रहे। इस माहौल में ही ब्रॉडकास्टर साइमन डूल ने सेरेमनी शुरू की और सबसे पहले भारत के युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा को सम्मानित किया गया। वर्मा को फाइनल में 69 रन की नाबाद पारी खेलने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया।
ट्रॉफी से ज्यादा अहम जीत का जश्न हालांकि विवाद के बावजूद भारतीय खिलाड़ी अपनी ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाते नजर आए। टीम ने मैदान पर तिरंगा लहराया और फैंस के साथ खुशी साझा की। ट्रॉफी भले ही मंच पर न उठी हो, लेकिन भारत की जीत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि क्रिकेट केवल खेल नहीं, बल्कि जज्बात है।