अमरनाथ यात्रा 2025: पहली तस्वीर में 7 फीट ऊंचा हिमानी शिवलिंग
बाबा बर्फानी के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु,
1 months ago
Written By: NEWS DESK
Amarnath Yatra 2025: कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा से बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर सामने आ गई है। इस बार बर्फ से बना शिवलिंग करीब 7 फीट ऊंचा है, जिसे देखने के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु हर साल कठिन यात्रा कर यहां पहुंचते हैं। इस बार अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन छड़ी मुबारक के साथ संपन्न होगी। करीब 38 दिनों तक चलने वाली इस तीर्थयात्रा के लिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है।
कौन कर सकता है यात्रा?
मिली जानकारी के अनुसार 13 से 70 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिक अमरनाथ यात्रा कर सकते हैं। इसके लिए मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाना अनिवार्य होगा। जिसके लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
रजिस्ट्रेशन में बढ़ा उत्साह
यात्रा के लिए 15 अप्रैल से ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में करीब 3.50 लाख श्रद्धालुओं ने एडवांस रजिस्ट्रेशन कराया है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बावजूद रजिस्ट्रेशन में 20% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो श्रद्धालुओं की आस्था और हौसले को दर्शाता है।
व्यवस्थाओं को किया जा रहा मजबूत
श्राइन बोर्ड ने यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए e-KYC, RFID कार्ड, ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन जैसी व्यवस्थाएं बेहतर की हैं। जम्मू, श्रीनगर, बालटाल, पहलगाम, नुनवान और पंथा चौक पर ठहरने और रजिस्ट्रेशन की विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद टट्टूवालों और स्थानीय सेवादारों का बेस कैंप पर सख्त ID वेरिफिकेशन किया जा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी व्यवस्थाएं कड़ी निगरानी में की जा रही हैं।
उपराज्यपाल ने किया व्यवस्थाओं का निरीक्षण
इसके निम्मित जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर के पंथा चौक ट्रांजिट कैंप का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षा और सुविधा दोनों पहलुओं पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
किन्हें अनुमति नहीं मिलेगी
पीएनबी सर्कल जम्मू के चीफ अनिल शर्मा ने जानकारी दी कि गर्भवती महिलाएं, 13 वर्ष से कम और 70 वर्ष से अधिक आयु के लोग यात्रा नहीं कर सकेंगे, भले ही उनके पास मेडिकल सर्टिफिकेट हो।
पिछले वर्षों के आंकड़े
2024 में अमरनाथ यात्रा 52 दिनों तक चली और इसमें 5 लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए। 2023 में यह संख्या 4.5 लाख और 2022 में 3 लाख रही थी। 2012 में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना था जब 6.35 लाख तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे।
कैसे बनता है हिमानी शिवलिंग
अमरनाथ गुफा लगभग 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह उत्तरमुखी गुफा है, जहां सूरज की सीधी रोशनी नहीं पहुंचती, जिससे तापमान हमेशा 0°C से नीचे बना रहता है। यही कारण है कि गुफा में बर्फ से शिवलिंग बनता है, जिसे हिमानी शिवलिंग कहा जाता है। यह प्राकृतिक रूप से बनने वाली एक स्टेलैग्माइट संरचना है, जो गुफा की छत से टपकते पानी के जमने से आकार लेती है।