पाक एजेंट को भेजता था बीएसएफ और नौसेना की संवेदनशील जानकारी,
गुजरात में स्वास्थ्यकर्मी गिरफ्तार
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Gujarat ATS: गुजरात के कच्छ जिले के 28 वर्षीय संविदा स्वास्थ्यकर्मी सहदेवसिंह गोहिल को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। उस पर आरोप है कि उसने भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) और नौसेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियां पाकिस्तानी महिला एजेंट को व्हाट्सएप के जरिए भेजी थीं। गुजरात एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने इस मामले में जांच कर इस संवेदनशील जानकारी को लीक करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद मामला उजागर
यह मामला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सामने आया। 29 अप्रैल को सब-इंस्पेक्टर आर.आर. गर्चर को एक खुफिया सूचना मिली। इसमें बताया गया कि गोहिल, जो कच्छ के लक्षपात तालुका के नारायण सरोवर का निवासी है, वह मातानोमाध प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत है और विदेशी एजेंट को रक्षा से जुड़ी सूचनाएं दे रहा है।
जुलाई 2023 से पाक महिला एजेंट से संपर्क में था गोहिल
जांच के दौरान पता चला कि गोहिल जुलाई 2023 से एक पाकिस्तानी महिला एजेंट से व्हाट्सएप पर संपर्क में था। इस महिला ने खुद को आदिती भारद्वाज के नाम से पेश किया था। गोहिल ने बताया कि महिला की मांग पर वह BSF पोस्ट, नौसेना कार्यालयों और कच्छ के संवेदनशील भारत-पाक सीमा क्षेत्र की निर्माण गतिविधियों की फोटो और वीडियो भेजा करता था।
गोहिल ने लगातार गुप्त भेजीं तस्वीरें
जनवरी में गोहिल ने एक नया सिम कार्ड एक अलग नाम से लिया और व्हाट्सएप OTP महिला एजेंट को दे दिया। इससे वह व्हाट्सएप अकाउंट उस नंबर से चला पाई। गोहिल लगातार इस नंबर से गुप्त तस्वीरें भेजता रहा। गोहिल का मोबाइल फोर्नेसिक लैब में भेजा गया। जांच में व्हाट्सएप चैट, कॉल रिकॉर्ड और गोपनीय फाइलें मिलीं। ये सब पाकिस्तान से संचालित नंबर से जुड़ी थीं।
गुजरात ATS ने पाक एजेंट पर किया मामला दर्ज
गुजरात एटीएस के एसपी के सिद्धार्थ ने बताया कि गोली के साथ ही पाकिस्तानी एजेंट अदिति भारद्वाज के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी बेचने का आरोप है। गोहिल को हर बार 40 हजार रुपए तक मिलते थे।
ATS ने केंद्रीय एजेंसियों से सलाह लेकर बनाई विशेष टीम
ATS ने केंद्रीय एजेंसियों से सलाह-मशविरा कर एक विशेष टीम बनाई। 1 मई को गोहिल को अहमदाबाद ATS मुख्यालय में हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इस पूरे मामले से राष्ट्रीय सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो सकता था। ATS की कड़ी कार्रवाई से यह साजिश पकड़ी गई। बता दें कि जांच अभी जारी है।