गुजरात में बड़ा राजनीतिक फेरबदल, सभी मंत्रियों ने दिया इस्तीफा,
जानें क्या है वजह
12 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Gujarat Cabinet Reshuffle: गुजरात की राजनीति में गुरुवार शाम एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया। राज्य के सभी मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आज देर शाम राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात कर औपचारिक रूप से इस्तीफा सौंपेंगे। बताया जा रहा है कि यह कदम भारतीय जनता पार्टी (BJP) के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर उठाया गया है। अब 17 अक्टूबर, शुक्रवार की सुबह 11:30 बजे गुजरात के महात्मा मंदिर में नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा।
केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर हुआ इस्तीफा सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने सभी मंत्रियों को पद छोड़ने का निर्देश दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री निवास पर बैठक बुलाई गई, जिसमें सभी मंत्रियों ने अपने-अपने त्यागपत्र मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को सौंप दिए। बीजेपी की ओर से यह कदम संगठन को नई दिशा देने और आने वाले चुनावों की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
50% से ज्यादा मंत्रियों की छुट्टी संभव इस फेरबदल में बीजेपी 50% से ज्यादा मौजूदा मंत्रियों को बदल सकती है। वहीं, कुछ वरिष्ठ मंत्रियों को पदोन्नति मिलने की भी संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, इस बार 20 से अधिक नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल के साथ राज्य नेतृत्व की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया था।
संगठन और जातीय समीकरणों पर नजर यह फेरबदल नए प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा की नियुक्ति के बाद हो रहा है। माना जा रहा है कि उन्हें मंत्री पद से मुक्त कर संगठनात्मक जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर दिया जाएगा। आगामी पंचायत चुनावों और 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने की कोशिश कर रही है।
नए चेहरे और राजनीतिक समीकरण 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद यह भूपेंद्र पटेल की दूसरी पारी है। इस बार बीजेपी का लक्ष्य स्थानीय नेताओं को साधना और चुनावी रणनीति को मजबूत करना है। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए अर्जुन मोडवाडिया जैसे नेताओं को भी मंत्री पद मिल सकता है। पार्टी चाहती है कि आगामी चुनावों से पहले एक मजबूत और संतुलित टीम के साथ आगे बढ़ा जाए।