गोवा नाइटक्लब आग हादसे पर DIG की बड़ी सफाई,
मालिकों के थाईलैंड भागने पर उठे सवालों का जवाब
5 days ago Written By: Ashwani Tiwari
गोवा के रोमियो लेन स्थित एक नाइटक्लब में 6 दिसंबर की रात लगी भीषण आग में 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। घटना के बाद क्लब के मालिकों के देश छोड़कर भागने पर कई सवाल खड़े हुए। खासकर यह कि क्या उन्हें किसी पुलिसकर्मी ने पहले से चेतावनी दी थी? क्या पुलिस पांच घंटे के भीतर उन्हें रोक नहीं सकती थी? अब गोवा की DIG वर्षा शर्मा ने इन आरोपों और सवालों पर विस्तार से जवाब दिया है। उन्होंने साफ कहा कि मालिकों को किसी पुलिस अधिकारी ने नहीं, बल्कि क्लब के मैनेजरों ने घटना के तुरंत बाद जानकारी दी होगी, जिसके बाद उन्होंने देश छोड़ने का फैसला लिया।
मालिकों को किसने दी जानकारी, DIG ने बताया शक DIG वर्षा शर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आग लगने की सूचना पुलिस को जिस समय मिली, उसी समय संभव है कि क्लब के मैनेजरों ने भी मालिकों को फोन कर दिया हो। मामले की गंभीरता समझते हुए उन्होंने भागने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि पुलिस किसी भी तरह की मिलीभगत के आरोपों को सिरे से खारिज करती है।
5 घंटे में थाईलैंड कैसे भाग गए लूथरा ब्रदर्स हादसे के सिर्फ पांच घंटे बाद दोनों मालिक गौरव और सौरभ लूथरा दिल्ली से इंडिगो की फ्लाइट पकड़कर फुकेत भाग गए। DIG शर्मा के अनुसार, उन्होंने चालाकी दिखाते हुए लुकआउट सर्कुलर जारी होने से पहले ही विदेश जाने का फैसला कर लिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस ने कॉल मिलते ही जरूरी कदम उठाए और आरोपियों की तलाश शुरू की।
पुलिस ने क्यों नहीं रोका, DIG ने दिया जवाब इस सवाल पर कि पुलिस के पास पांच घंटे होने के बावजूद वे दोनों दिल्ली में कैसे निकल गए, DIG शर्मा ने कहा कि पुलिस ने तुरंत उनके दस्तावेज, लोकेशन और मालिकाना हक की जांच शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि लुकआउट सर्कुलर और ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया तेजी से शुरू की गई थी और पुलिस उन्हें वापस लाने के लिए लगातार काम कर रही है।
सीनियर IPS अधिकारियों पर लगे आरोपों का खंडन कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया था कि वरिष्ठ IPS अधिकारियों को नाइटक्लब में चल रही अवैध गतिविधियों की जानकारी थी। लेकिन DIG शर्मा ने इसे पूरी तरह गलत बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने किसी को भी बचाने की कोशिश नहीं की और वे आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।
क्या पुलिस को पता था बिना परमिट चल रहा था नाइटक्लब DIG शर्मा ने कहा कि हर क्लब के NOC या परमिट की जांच करना पुलिस का काम नहीं है, बल्कि यह जिम्मेदारी स्थानीय निकायों की होती है। उन्होंने दोहराया कि लूथरा ब्रदर्स को देश छोड़कर भागने में पुलिस की कोई गलती नहीं है।
छठी गिरफ्तारी, दिल्ली में अजय गुप्ता पकड़ा गया बुधवार 10 दिसंबर को पुलिस ने क्लब के चार मालिकों में से एक अजय गुप्ता को दिल्ली से हिरासत में ले लिया। वह इस मामले में गिरफ्तार किया गया छठा व्यक्ति है। इससे पहले पुलिस जनरल मैनेजर राजीव मोदक, विवेक सिंह, बार मैनेजर राजीव सिंघानिया, गेट मैनेजर रियांशु ठाकुर और कर्मचारी भरत कोहली को गिरफ्तार कर चुकी है।