दिल्ली के 20 और बेंगलुरु के 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी,
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
8 days ago
Written By: NEWS DESK
राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को 20 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली, जिससे छात्रों, अभिभावकों और प्रशासन में हड़कंप मच गया। धमकी मिलने के बाद संबंधित स्कूलों को तुरंत खाली कराया गया और दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता और फायर सर्विस की टीमें मौके पर पहुंचीं। जिन स्कूलों को धमकी मिली, उनमें प्रमुख रूप से पश्चिम विहार का रिचमंड ग्लोबल स्कूल और रोहिणी सेक्टर 3 का अभिनव पब्लिक स्कूल शामिल हैं। पुलिस ने इसे सावधानी भरा कदम बताते हुए सभी स्कूल परिसरों की गहन तलाशी शुरू कर दी है। वहीं बेंगलुरु के 40 स्कूलों को भी ऐसी ही धमकी मिली है।
5 दिन में चौथी बम धमकी
दिल्ली में बीते 5 दिनों में यह चौथी बार है जब स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। जिनमे 14 जुलाई को दो स्कूलों को, 15 जुलाई को तीन स्कूलों को, वहीं 16 जुलाई को करीब दस स्कूलों और दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन्स कॉलेज को धमकी मिली थी। हालांकि इन सभी मामलों में अब तक कोई वास्तविक विस्फोटक नहीं मिला है, लेकिन लगातार मिल रही धमकियों ने प्रशासन की चिंता जरूर बढ़ा दी है।
बेंगलुरु के 40 स्कूलों को भी धमकी
दिल्ली के साथ-साथ बेंगलुरु के 40 स्कूलों को भी शुक्रवार को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यहां भी पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्कूलों में जांच शुरू कर दी है ।
धमकी भरे मेल में उगला ज़हर
दरअसल धमकी भरे ईमेल में लिखा गया है कि ,"मैं आप में से हर एक को इस दुनिया से मिटा दूंगा। मुझे खुशी होगी जब मां-बाप अपने बच्चों के कटे-फटे शव देखने के लिए स्कूल पहुंचेंगे। विस्फोट के बाद मैं आत्महत्या कर लूंगा।" वहीं मेल में यह भी लिखा गया कि, यह में भेजने वाला अपनी जिंदगी से नफरत करता है और उसे कभी किसी से मदद नहीं मिली। उसने मनोचिकित्सकों और दवाओं पर गुस्सा निकालते हुए कहा कि,"आप केवल असहाय इंसानों को दवा देते हैं, जो शरीर को बर्बाद कर देती है। मैं इसका जीता-जागता सबूत हूं। आप सभी मेरी जैसी तकलीफ झेलने के हकदार हैं।"
पुलिस की अपील, अफवाहों से बचें
वहीं दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि, वे इस तरह की धमकियों को गंभीरता से ले रही हैं। अब तक किसी भी जगह से बम बरामद नहीं हुआ है, लेकिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जांच तेज़ कर दी गई है। पुलिस का मानना है कि यह हरकतें समाज में भय और असुरक्षा का माहौल बनाने की कोशिश हैं, लेकिन सुरक्षा बल पूरी तरह से मुस्तैद हैं।